ग्राइंडर ऐप के जरिए ब्लैकमेल कर रुपये वसूलने वाले गैंग का पर्दाफाश, चार आरोपी गिरफ्तार

✍️योगेश राणा


:- अगर आप करते हैं गे-डेटिंग ऐप का इस्तेमाल तो हो जाए सावधान, कहीं यह ऐप इस्तेमाल करना आपको भारी न पड़ जाए!

नोएडा। अगर आप गे-डेटिंग ऐप का इस्तेमाल दोस्ती, पार्टनर या जीवनसाथी की तलाश के लिए करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। इन ऐप्स का उद्देश्य जहां एक ओर संभावित पार्टनर से जुड़ाव और संबंध बनाना है, वहीं दूसरी ओर अब इन ऐप्स का इस्तेमाल कुछ शातिर गिरोह लोगों को फंसाकर ठगने के लिए कर रहे हैं। हाल ही में नोएडा के दादरी क्षेत्र में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां ग्राइंडर ऐप के जरिए लोगों को बुलाकर उनसे जबरन रुपये ठगे जा रहे थे।

वारदात का तरीका

पुलिस के मुताबिक, इन गिरोहों के सदस्य ग्राइंडर जैसे गे-डेटिंग ऐप पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से संपर्क करते हैं। जब कोई व्यक्ति दोस्ती या मुलाकात के लिए तैयार हो जाता है, तो उसे सुनसान जगह पर बुलाया जाता है। वहां पहले से मौजूद गिरोह के सदस्य उस व्यक्ति को अवैध हथियार दिखाकर डराते-धमकाते हैं और उसके मोबाइल से ऑनलाइन पेमेंट ऐप के जरिए पैसे दुकान या कैफे के बारकोड पर ट्रांसफर करवा लेते थे।

दादरी पुलिस ने किया ऐसे ही गैंग का भंडाफोड़

गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट की दादरी पुलिस ने 19 मई को एक ऐसे ही गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों (1. दक्ष उर्फ कप्तान,2. भूपेन्द्र उर्फ भूप्पी,3. जय राघव,4. हनी) को गिरफ्तार किया है जो ग्राइंडर ऐप के माध्यम से लोगों को फंसा कर उनसे लाखों रुपये ठगते थे। इन आरोपियों के पास से अवैध तमंचा, दो चाकू और एक आईफोन-15 प्रो बरामद किया गया है, जिसे ठगी के पैसों से खरीदा गया था।

ऐसे हुआ गिरोह का पर्दाफाश

थाना दादरी पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ युवक ग्राइंडर ऐप के ज़रिए लोगों को झांसे में लेकर उनसे जबरन रुपये वसूलते हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से 19 मई को जीटी रोड से चिटहैरा श्मशान जाने वाले रास्ते पर दबिश देकर चारो आरोपियों को धर दबोचा।

एक घटना का खुलासा

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 17 अप्रैल को उन्होंने स्टेलर जिमखाना सोसायटी के पास एक युवक को कार में बैठाकर डरा-धमकाकर उसके फोन से 79,000 रुपये एक दुकान के बारकोड पर ट्रांसफर करवाए थे। इसी पैसे से 64,000 रुपये का आईफोन-15 प्रो खरीदा गया और बाकी 15,000 रुपये नकद रख लिए गए। इसके अलावा, युवक से 24,500 रुपये एक कैफे के बारकोड पर भी ट्रांसफर कराए गए, जिसे बाद में नकद में निकाल लिया गया।

इससे पहले हापुड़ में भी की थी वारदात

गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने हापुड़ में भी एक युवक को इसी तरह बुलाकर उससे 25,000 रुपये और एक सोने की चेन लूट ली थी। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़ी अन्य घटनाओं की भी जांच कर रही है।

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट

साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि ऑनलाइन डेटिंग करते समय पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए। किसी अजनबी से मिलने से पहले उसकी प्रोफाइल की जांच करें, कभी भी सुनसान जगह पर अकेले न जाएं और निजी जानकारी या बैंक संबंधी डिटेल्स शेयर न करें।

अगर आप भी ऐसे किसी ऐप का इस्तेमाल करते हैं, तो सजग रहें। किसी भी मीटिंग से पहले किसी करीबी को जानकारी दें, संभव हो तो सार्वजनिक जगह पर ही मिलें और हर संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।