फर्जी डिग्री/मार्कशीट रैकेट का भंडाफोड़ : नोएडा पुलिस ने पकड़ा अंतरराज्यीय गिरोह

✍️ योगेश राणा


:- दो जालसाज गिरफ्तार, 66 फर्जी मार्कशीट, 22 रिज्यूमे, फर्जी मोहरें और लैपटॉप बरामद

नोएडा। फेस-1 कोतवाली पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए फर्जी शैक्षिक दस्तावेज बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों अभिमन्यु गुप्ता और धर्मेंद्र गुप्ता को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 66 फर्जी मार्कशीट, 22 रिज्यूमे, 14 खाली परीक्षा कॉपी, 4 नकली मोहरें, 9 मोबाइल सिम और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है।

ऐसे चलता था जालसाजी का धंधा

पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह लंबे समय से बेरोजगार, परीक्षा में फेल, और नौकरी की आयु पार कर चुके युवाओं को निशाना बनाता था। गिरोह के सदस्य ग्राहकों से डिग्री की मांग पूछते थे और मनचाही यूनिवर्सिटी या बोर्ड से सम्बंधित मार्कशीट व डिग्री मात्र 80 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक में उपलब्ध करा देते थे।

इन दस्तावेजों को अधिक विश्वसनीय बनाने के लिए ये आरोपी इंटरनेट से असली डिग्रियों का प्रोफार्मा डाउनलोड करते थे और फिर कोरल ड्रा तथा पेजमेकर जैसे सॉफ्टवेयर की मदद से कुछ ही घंटों में हूबहू डिग्री तैयार कर देते थे। जरूरत पड़ने पर ग्राहक को डिग्री कुरियर से भी भेज दी जाती थी।

गूगल से डेटा लेकर बनाते थे फर्जी डिग्री

गिरफ्तार जालसाजों ने बताया कि वे गूगल से अलग-अलग विश्वविद्यालयों की डिग्रियों का डेटा इकट्ठा करते थे। इसके बाद वह डिज़ाइनिंग टूल्स के जरिए डिग्री तैयार करते थे। गिरोह MBA, BBA, BCA, B.Tech जैसी प्रोफेशनल डिग्रियों से लेकर 12वीं, स्नातक स्तर तक के दस्तावेज बनाता था।

डीसीपी यमुना प्रसाद ने कहा

डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में अपराधियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में फेस-1 थाना पुलिस को सूचना मिली थी, जिस पर एडीसीपी, एसीपी, एसएचओ समेत सर्विलांस और स्वाट टीम गठित की गई।

पकड़े गए दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और उपकरण बरामद किए गए। डीसीपी ने बताया कि आरोपी कई वर्षों से इस अपराध को अंजाम दे रहे थे और Google से डेटा उठाकर डिमांड पर मार्कशीट सप्लाई करते थे।

पूछताछ के दौरान यह भी पता चला है कि इस गिरोह से और भी लोग जुड़े हुए हैं। पुलिस की टीमें उन तक पहुंचने के लिए जांच कर रही हैं। जल्द ही बाकी अपराधियों की भी गिरफ्तारी की जाएगी।