✍️ योगेश राणा
:- छात्र आत्महत्याएं बढ़ीं, सुप्रीम कोर्ट ने उठाए शिक्षा प्रणाली पर सवाल
नई दिल्ली। न्यूज़ डायरी
देश में शिक्षा संस्थानों में छात्रों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर रुख अपनाया है। शारदा यूनिवर्सिटी (ग्रेटर नोएडा) और आईआईटी खड़गपुर में हाल ही में हुई दो छात्र आत्महत्या की घटनाओं पर सर्वोच्च अदालत ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कड़ा रुख दिखाया है। न्यायमूर्ति जेबी पारडीवाला और न्यायमूर्ति आर महादेवन की पीठ ने कहा कि “शिक्षा व्यवस्था में कुछ न कुछ गड़बड़ है” और इस मामले को गंभीरता से जांचने की जरूरत है।
अदालत ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने दोनों संस्थानों—शारदा यूनिवर्सिटी और आईआईटी खड़गपुर—को इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है। अदालत ने विशेष रूप से दो सवाल पूछे हैं:
1. क्या छात्रों की मौत की सूचना समय पर पुलिस को दी गई?
2. क्या एफआईआर दर्ज कर पुलिस को तुरंत जांच में शामिल किया गया?
इसके अलावा, अदालत ने वरिष्ठ अधिवक्ता अपर्णा भट्ट को अमिकस क्यूरी (न्याय मित्र) नियुक्त किया है, जो अदालत को मामले की वास्तविक स्थिति और जांच की प्रगति से अवगत कराएंगी।
सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति पारडीवाला और महादेवन ने स्पष्ट कहा कि इन घटनाओं से साफ झलकता है कि देश की शिक्षा प्रणाली में गंभीर खामियां हैं। कोर्ट ने कहा, “कुछ न कुछ गड़बड़ है, जिसे तत्काल सुधार की आवश्यकता है।”
इस मामले की अगली सुनवाई 28 जुलाई (सोमवार) को होगी। कोर्ट ने दोनों शैक्षणिक संस्थानों को तब तक अपनी-अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट में घटनाओं की पृष्ठभूमि, पुलिस कार्रवाई, और छात्रों की सुरक्षा व मानसिक स्वास्थ्य सहायता के उपायों की जानकारी देनी होगी।