:- 2.5 एकड़ में विकसित होगा हाईटेक और पर्यावरण अनुकूल बस टर्मिनल
न्यूज़ डायरी,नोएडा।
शहर को और बेहतर यातायात सुविधा देने के लिए बोटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के पास 2.5 एकड़ क्षेत्र में एक अत्याधुनिक बस स्टैंड विकसित किया जाएगा। इसका डिजाइन तैयार कर लिया गया है और हाल ही में नोएडा प्राधिकरण के सीईओ के सामने इसका प्रजेंटेशन दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही डिजाइन को मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
26 बसों के लिए पार्किंग और इलेक्ट्रिक चार्जिंग की सुविधा
👉 4900 वर्गमीटर में पार्किंग, सोलर ऊर्जा से बिजली आपूर्ति
यह बस स्टैंड नोएडा का सबसे मॉर्डन बस टर्मिनल होगा। इसमें एक साथ 26 बसों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए 4900 वर्गमीटर का क्षेत्र निर्धारित किया गया है। साथ ही बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे, जिससे इलेक्ट्रिक बसों का संचालन आसान होगा। पूरे परिसर में सोलर पैनल लगाए जाएंगे ताकि बिजली की खपत कम हो और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिल सके।
पैदल यात्रियों के लिए अलग रास्ता और सुविधाएँ
👉 7000 वर्गमीटर में पैदल चलने का रास्ता और आधुनिक सुविधाएँ
बस स्टैंड में यात्रियों के लिए 7000 वर्गमीटर का पैदल मार्ग विकसित किया जाएगा। करीब 300 मीटर लंबी सड़कों के साथ यात्री आसानी से चल सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स, डिजिटल स्क्रीन, साइनेज और अन्य आवश्यक सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है।
सिटी बस सेवा के लिए मुख्य जंक्शन बनेगा
👉 ग्रेटर नोएडा, एयरपोर्ट सहित अन्य क्षेत्रों के लिए बसों की सुविधा
बता दें सिटी बस सर्विस के एसपीवी के गठन के साथ ही नोएडा ग्रेटर-नोएडा और यमुना को 500 ई-बस मिल जाएंगी। जिनका संचालन शुरू होते ही यहां बस स्टैंड की आवश्यकता बढ़ेगी। ग्रेटर नोएडा, नोएडा एयरपोर्ट समेत अन्य प्रमुख इलाकों के लिए बस सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। प्राधिकरण का मानना है कि यह बस स्टैंड यात्रियों के लिए बड़ा जंक्शन साबित होगा।
कियोस्क, टॉयलेट, ऑटो स्टैंड जैसी सुविधाएँ शामिल
👉 14 ऑटो की पार्किंग, कियोस्क और ऑटोमेटिक टिकटिंग सेवा
यात्रियों की सुविधा के लिए दो शौचालय, टिकट काउंटर, ऑटोमेटिक टिकटिंग सेवा, फूड कियोस्क और ऑटो स्टैंड भी विकसित किया जाएगा। इसमें एक साथ 14 ऑटो खड़े हो सकते हैं। इसके साथ ही बैंच, डेकोरेटिव कॉलम, प्लांट बोलार्ड और ट्री ग्रिल जैसी सुंदरता बढ़ाने वाली सुविधाएँ भी शामिल की जाएंगी।
लगभग 20 करोड़ में तैयार होगा प्रोजेक्ट
👉 छोटे टेंडर के माध्यम से गुणवत्ता और समय पर निर्माण
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसे छोटे-छोटे टेंडरों में बांटकर काम कराया जाएगा ताकि निर्माण की गुणवत्ता बनी रहे और समय पर कार्य पूरा हो सके। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही निर्माण कंपनी का चयन कर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
सिटी बस सर्विस के लिए 500 इलेक्ट्रिक बसों का संचालनसिटी बस सेवा के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (SPV) का गठन हो चुका है, जिसके तहत नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 500 ई-बसें चलेंगी। जैसे ही ये बसें संचालित होंगी, यात्रियों की संख्या बढ़ेगी और इस बस स्टैंड की आवश्यकता पड़ेगी।