न्यूज़ डायरी, गौतमबुद्धनगर।
आगामी छठ महापर्व को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गौतमबुद्धनगर ने लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रशासन ने कहा कि छठ पूजा के दौरान घाटों पर भीड़ का अत्यधिक दबाव रहता है, इसलिए सुरक्षा उपायों का पालन करना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्धारित घाटों के अलावा अन्य अनियंत्रित स्थानों पर पूजा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
छठ पर्व पर श्रद्धालु व्रत कर सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए जल में उतरते हैं, इसलिए पानी की गहराई और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष निर्देश दिए गए हैं।
क्या करें:
:- श्रद्धालु केवल प्रशासन द्वारा चिन्हित सुरक्षित एवं प्रमाणित घाटों पर ही पूजा करें।
:- घाटों पर उतरते समय फिसलन और पानी की गहराई का विशेष ध्यान रखें।
:- बच्चों, बुजुर्गों और परिवार के सदस्यों को अकेला न छोड़ें।
:- पुलिस, गोताखोरों और स्वयंसेवकों के निर्देशों का पालन करें।
:- किसी भी आपात स्थिति में तुरंत 112 या स्थानीय नियंत्रण कक्ष को सूचना दें।
क्या न करे :
:- नशे की स्थिति में या अधिक थकान होने पर पानी में न उतरें
:- अंधेरे या अनधिकृत घाटों पर पूजा कदापि न करें।
:- सेल्फी लेने, भीड़ में धक्का-मुक्की और अनावश्यक आवाजाही से बचें।
:- तेज बहाव वाले या गहरे स्थानों में प्रवेश करने की कोशिश न करें।
भीड़ प्रबंधन के लिए व्यवस्था मजबूत
पर्व के दौरान घाटों पर भारी भीड़ की संभावना है। इसको नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने पुलिस और होमगार्ड के अतिरिक्त स्वयंसेवी दलों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए हैं।
प्रशासन की तैयारियाँ:
घाटों पर प्रवेश और निकास के अलग-अलग मार्ग चिन्हित किए जाएंगे।
बैरिकेडिंग, रस्सी और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
फायर सर्विस, एम्बुलेंस और चिकित्सा दल लगातार अलर्ट मोड पर रहेंगे।
लाउडस्पीकर के माध्यम से सतत जनसंदेश और दिशा-निर्देश प्रसारित किए जाएंगे।
प्रतिबंधित गतिविधियाँ:
एक समय में अत्यधिक भीड़ को घाट पर एकत्र नहीं होने दिया जाएगा।
आतिशबाज़ी, अस्थायी स्टॉल या ऐसे आयोजन जिनसे रास्ता बाधित हो, अनुमति नहीं होगी।