Noida News : नोएडा का ब्लाइंड मर्डर सॉल्व! नोएडा पुलिस की 9 टीमों की मेहनत से खुला बड़ा राज

✍️ योगेश राणा

:- प्रेम-प्रसंग, ब्लैकमेलिंग और अवैध संबंध ने ले ली महिला की जान

न्यूज़ डायरी, नोएडा।

नोएडा के सेक्टर-82 कट के पास नाले में महिला की सिर और हाथ कटी लाश मिलने से हड़कंप मच गया था। पुलिस कि पेट्रोलिंग व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे थे और कही ना कही सवाल उठना भी वाजिब था इतनी बड़ी घटना हो जाती है और पुलिस को कानों कान खबर नहीं होती है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश सरकार निरंतर महिला सशक्तिकरण की बात कर रही है और ऐसे में इस घटना का सामने आना पुलिस की चिंता की लकीरें को बढ़ाने जैसे था। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह भी थी कि कातिल को ढूंढना उसी प्रकार मुश्किल था जैसे रेगिस्तान में कोई सुई ढूंढने जैसा।

ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के लिए 40 लोगों की 9 टीम लगाईं गई -डीसीपी नोएडा

पुलिस की तफ्तीश शुरू हुई पुलिस के सामने केवल महिला की सर और हाथ कटी लाश मौजूद थी और पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह भी थी कि इस महिला की पहचान कैसे हो इसके लिए पुलिस की टीमों ने शहर के तमाम स्थान एवं डीसीआरबी के दफ्तरों की खाक छानना शुरू किया और इसके साथ गौतम बुध नगर के साथ लगने वाले जिलों में भी पुलिस की टीमें गई लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी वहीं पुलिस की टीमें ने लगभग 5000 सीसीटीवी कैमरे को खंगाला और 1100 वाहनों को ट्रैक किया जिसमें की 44 गाडियों को चिन्हित कर उनके मालिकों/चालकों से पूछताछ की गयी लेकिन इसी बीच पुलिस को सीसीटीवी खंगालते वक्त घटना स्थल की तरफ एक बस आती दिखती और उस बस की लाईट बंद होना मानों की पुलिस को एक इशारा दे गई हो पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए उस बस का नंबर लिया और पड़ताल में जुट गई पुलिस को पड़ताल में पता चला कि इस बस को मोनू सिंह नामक बरोला निवासी युवक चलता है और इस युवक की जानकारी के लिए मोनू सिंह के घर पहुंची तो पुलिस को पता चला कि पिछले 5-6 दिनों से प्रीति यादव उर्फ प्रीति देवी है लापता है और इस महिला का मोनू सिंह से विवाद चल रहा था पुलिस ने उस महिला के बच्चों को उसे लाश से मिले बिछुआ को दिखाया और शारीरिक रंग,रूप संरचना के बारे में बताया तो महिला की पहचान हो गई।

मोनू ने क्यों की प्रीति की हत्या डीसीपी नोएडा ने खोला पूरा राज!

डीपीसी यमुना प्रसाद ने बताया की मोनू की मां एक कंपनी में काम करती थी,वही मोनू की मां की मुलाकात प्रीति से हुई थी और धीरे-धीरे प्रीति का मोनू के घर आना जाना शुरू हुआ और एक दूसरे से जान पहचान हुई और आगे चलकर यही जान पहचान प्रेम प्रसंग में बदल गई और इस बीच दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने और प्रीति ने इसी बात का फायदा उठाते मोनू सिंह को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और पैसों के डिमांड करने लगी पैसा नहीं देने पर मोनू सिंह की बेटियों को अनैतिक कार्यों में लगाने की धमकी देने लगी और इसलिए मोनू सिंह ने इसे अपने रास्ते से हटाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया और पुलिस ने मोनू सिंह से यह भी पूछा कि लाश से तुमने सर और हाथ क्यों काटे तो उसने बताया कि उसने यह काम पहचान छुपाने के लिए किया था ताकि कोई भी मृतक प्रीति सिंह को ना पहचान पाए।