✍️ योगेश राणा
न्यूज़ डायरी, लखनऊ/नोएडा
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम प्रशासनिक निर्णय लेते हुए राज्य के पूर्व मुख्य सचिव और वरिष्ठ IAS अधिकारी मनोज कुमार सिंह को स्टेट ट्रांसफॉर्मेशन कमीशन (State Transformation Commission – STC) का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है। यह कमीशन केंद्र के नीति आयोग की तर्ज पर बनाया गया है और इसे योजना आयोग का नाम दिया गया है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा और गति देना है।
मनोज कुमार सिंह को ही क्यों चुना गया?
:- मुख्यमंत्री योगी के भरोसेमंद अफसर, बड़े आयोजनों में साबित की क्षमता
:- मनोज कुमार सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे भरोसेमंद अफसरों में से एक माने जाते हैं। उनके चयन के पीछे कई ठोस वजहें हैं:
:- औद्योगिक उत्पादन आयुक्त के कार्यकाल में उन्होंने लखनऊ में Global Investors Summit और Ground Breaking Ceremony जैसे अंतरराष्ट्रीय महत्व के आयोजन सफलतापूर्वक कराए।
:- उनके नेतृत्व में प्रदेश में रिकॉर्ड निवेश प्रस्ताव आए, जिससे यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने की दिशा में मजबूत आधार मिला।
:- प्रशासनिक दक्षता, तेज निर्णय क्षमता और बड़े प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने में इनकी विशेष पहचान रही है।
:- उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मॉडल को राष्ट्रीय पहचान दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई।
स्टेट ट्रांसफॉर्मेशन कमीशन (STC) क्या है?
:- 2022 में बनी उच्च स्तरीय रणनीतिक संस्था
:- उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 में STC की स्थापना की थी। यह संस्था राज्य के दीर्घकालिक विकास मॉडल, नीति निर्माण, आर्थिक सुधार और भविष्य की रणनीति तय करने में सहायक होगी।
:- यह कमीशन विकास के सभी प्रमुख क्षेत्रों की निगरानी करेगा।
:- आर्थिक नीतियों, निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार और सामाजिक विकास के लिए रोडमैप तैयार करेगा।
:- यह यूपी को “आर्थिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर राज्य” बनाने की दिशा में मुख्य भूमिका निभाएगा।
STC में कौन है अध्यक्ष और कौन है CEO?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं कमीशन के अध्यक्ष
स्टेट ट्रांसफॉर्मेशन कमीशन के शीर्ष पद इस प्रकार हैं:
अध्यक्ष : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
सदस्य : उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
सदस्य : उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक
सदस्य : वित्त मंत्री सुरेश खन्ना
CEO : मनोज कुमार सिंह (पूर्व मुख्य सचिव, IAS)
फिलहाल इस कमीशन में सलाहकार (Advisor) का पद खाली है। माना जा रहा है कि जल्द ही पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार को इसमें शामिल किया जा सकता है, क्योंकि वे उत्तर प्रदेश के सबसे चर्चित और सक्षम अधिकारियों में गिने जाते हैं।
प्रशांत कुमार का नाम क्यों है चर्चा में?
कानून-व्यवस्था में मजबूत पकड़, इसलिए हो सकते हैं सदस्य
पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार अपनी कानून-व्यवस्था संभालने की सख्त छवि के कारण जाने जाते हैं।
वे एंटी-क्राइम ऑपरेशन में बेहद सफल रहे और योगी सरकार की “जीरो टॉलरेंस” नीति को मजबूत किया।
इसी वजह से उन्हें STC में एक महत्वपूर्ण भूमिका मिलने की चर्चा तेज है।