Amarnath Yatra : अमरनाथ गुफा के पास बड़ा हादसा,बादल फटने से 15 की मौत 50 से अधिक है लापता

:- अमरनाथ गुफा के करीब हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद

:- अभी तक 15 की मौत 50 से अधिक लापता और लगभग 48 लोग घायल

:- घायलों को किया जा रहा है एयरलिफ्ट

:- राष्ट्रपति ने इस घटना पर जताया दुख, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बनाए हुए राहत कार्यों पर नजर

जम्मू कश्मीर :- अमरनाथ यात्रा के दौरान एक हादसे का वीड‍ियो सामने आया है जम्मू कश्मीर में शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच (5:30) बजे अमरनाथ की गुफा के पास बादल फट गया। इसमें 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा लगभग 50 से ज्यादा लोग  लापता भी हैं।बादल फटने के बाद पहाड़ से आया सैलाब श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए 3 लंगरों समेत करीब 40 टेंट बहा ले गया। सैलाब गुफा के सामने श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए टेंटों के बीचों-बीच निकला।भारतीय सेना के नेतृत्व में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें देर रात राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। बाढ़ की चपेट में आए शिविर और टेंटों से निकालकर लोगों को फौरन पहाड़ के ऊपर वाले हिस्से तक सुरक्षित पहुंचाया गया। कई लोगों को बचाया गया है। घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।

हादसे के समय गुफा के पास करीब पांच हजार लोग मौजूद थे। यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। हालात को देखते हुए रेस्क्यू दल रात को बर्फीले पानी और अत्यधिक ठंड के बावजूद राहत एवं बचाव कार्य जारी रखेंगे।

ऊंचाई और मौसम बन सकता है राहत कार्यों में अड़चन

रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर क्या चुनौती होगी इसको लेकर DG और NDRF ने बताया कि रेस्क्यू को लेकर चुनौती मौसम की है। वहां की भौगोलिक स्थिति और ऊंचाई की भी चुनौती होगी, लेकिन हमारे जवान काफी प्रशिक्षित हैं। उन्हें कोई समस्या नहीं होगी। वहीं एनडीआरएफ हेल्पलाइन नंबर जारी करेगी या नहीं, इस पर डीजी गढ़वाल ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर  राज्य सरकार का होता है।

जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड नंबर जारी करेगा।हम उनके साथ काम करेंगे। हालांकि बाद में एनडीआरएफ समेत प्रशासन और श्राइन बोर्ड की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए थे।

सरकार के जनसंपर्क विभाग और श्राइन बोर्ड ने ट्वीट किया, “अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर: एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253, कश्मीर डिविजनल हेल्पलाइन: 0194-2496240, श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149।”

इसके साथ ही प्रशासन ने कहा कि उसका ध्यान अभी राहत अभियान पर है।

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