उत्तर प्रदेश हाई अलर्ट: वक्फ बिल विरोध के बीच सुरक्षा चाक-चौबंद

✍️ योगेश राणा


:- संवेदनशील इलाकों पर पुलिस की रहेगी नजर, पुलिस अधिकारियों के अवकाश रद्द।

नोएडा/लखनऊ। वक्फ बिल को लेकर उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों को हाई अलर्ट जारी करते हुए शांति-व्यवस्था बनाए रखने के सख्त निर्देश दिए हैं। ईद के बाद अब नवरात्र और राम नवमी त्योहारों के बीच संवेदनशील माहौल को देखते हुए पुलिस अधिकारियों के सभी अवकाश रद्द कर दिए गए हैं और फील्ड में तैनाती बढ़ा दी गई है।

डीजीपी ने दिए सख्त निर्देश

डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी संवेदनशील जिलों में अधिकारियों को लगातार भ्रमणशील रहने और सार्वजनिक स्थानों पर गश्त तेज करने के आदेश दिए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईजी (कानून-व्यवस्था) द्वारा जारी आदेश में कहा गया है जिन अधिकारियों व पुलिसकर्मियों के अवकाश स्वीकृत हो गए थे, उन्हें भी तत्काल प्रभाव से ड्यूटी पर वापस आने का निर्देश दिया गया है।

नोएडा में सुरक्षा के खास इंतजाम

नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर नवरात्रों के दृष्टिगत रखते हुए अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था शिवहरि मीना एवं तीनों जोन में सभी डीसीपी, डीसीपी रामबदन सिंह (नोएडा), डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी (सेंट्रल नोएडा), डीसीपी ग्रेटर नोएडा, डीसीपी यमुना प्रसाद व एडीसीपी, एसीपी, थाना प्रभारियों के साथ अपने अपने क्षेत्र एवं मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों, धार्मिक स्थलों के आसपास फुट पेट्रोलिंग करते हुये सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है। पुलिस अधिकारिगणों द्वारा सम्बन्धित अधिकारीगणों को संवेदनशील स्थानों पर भ्रमणशील रहते हुये सर्तकतापूर्वक ड्यूटी करने हेतु निर्देशित किया गया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

“संदिग्धों पर रखें नजर, यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखें”: शिवहरि मीणा

अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिया कि: -जोन और सेक्टर सिस्टम लागू कर कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करें। संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की पिकेटिंग व बैरिकेडिंग से जांच करें। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें।पीसीआर और डायल-112 वाहनों को लगातार गश्त करते रहना होगा। सोशल मीडिया पर अफवाहों और उत्तेजक पोस्ट्स पर नजर रखें।

क्यों है वक्फ बिल को लेकर तनाव?

उत्तर प्रदेश वक्फ बिल के विरोध में कई संगठन सक्रिय हैं, जिसे लेकर प्रशासन को आशंका है कि इससे साम्प्रदायिक तनाव बढ़ सकता है। ईद और राम नवमी के बीच बढ़ते सुरक्षा जोखिम को देखते हुए पुलिस ने पूरे प्रदेश में प्रिवेंटिव एक्शन शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई जा रही है। साथ ही, आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन से सहयोग करें।