नोएडा :- ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना को लेकर संसद में हंगामा हुआ। नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक मेट्रो लाइन के संचालन को लेकर सांसद डॉ. महेश शर्मा ने सदन में सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना पिछले 6 महीने से केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय में अटकी हुई है, जिसे जल्द से जल्द मंजूरी दी जाए।
क्या है पूरा मामला?
नोएडा के सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क तक मेट्रो लाइन का प्रस्ताव है, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है। हालांकि, केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय से अभी तक इसकी स्वीकृति नहीं मिली है। इस लाइन के चालू होने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों निवासियों और छात्रों को राहत मिलेगी।
डॉ. महेश शर्मा ने लोकसभा में कहा, ” गौतम बुध नगर उत्तर प्रदेश की शो-विंडो है, जहां ग्रेटर नोएडा वेस्ट मे 8 लाख से अधिक लोग रहते हैं। यहां मेट्रो की मांग लंबे समय से लंबित है। प्रदेश सरकार ने प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से अभी तक कोई हरी झंडी नहीं मिली।”
क्या होगा मेट्रो का रूट?
यह मेट्रो लाइन नोएडा की एक्वा लाइन का विस्तार होगी। कुल 17.435 किलोमीटर लंबी यह लाइन 11 स्टेशनों से गुजरेगी। इससे 130 मीटर रोड पर जाम की समस्या कम होगी। परियोजना की कुल लागत लगभग 2,991 करोड़ रुपये है।
भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक 394 करोड़ रुपये का योगदान देंगी। – राज्य सरकार की ओर से 40% राशि नोएडा प्राधिकरण और 60% ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा।
कब तक शुरू होगी मेट्रो सेवा?
अभी परियोजना केंद्र सरकार के मंजूरी का इंतजार कर रही है। एक बार स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू होगा। अनुमान है कि मेट्रो के शुरुआती चरण में प्रतिदिन लगभग 1.25 लाख यात्री इसका लाभ उठाएंगे।
जेवर एयरपोर्ट से भी मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी
डॉ. शर्मा ने यह भी बताया कि जल्द ही जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन होने वाला है। मेट्रो लाइन के चालू होने से एयरपोर्ट कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा मिलेगा। अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना को लेकर स्थानीय लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। अब देखना है कि केंद्र सरकार कितनी जल्दी इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी देती है।