✍️ योगेश राणा
न्यूज़ डायरी,नोएडा।
सोमवार को देर शाम नोएडा शहर में उस समय हड़कंप मच गया जब एक निजी संस्थान के फोटो जर्नलिस्ट प्रमोद शर्मा पर हुए जानलेवा हमले का ऑडियो सोशल मीडिया और मीडिया ग्रुपों में वायरल हो गया। इस क्लिप में पत्रकार अपनी घायल अवस्था में पुलिस, प्रशासन और अपने साथी पत्रकारों से मदद की गुहार लगा रहा था। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग तत्काल हरकत में आया और कुछ ही घंटों में मामले की सच्चाई सामने लाकर कार्रवाई शुरू कर दी।
शाम के समय एक मीडिया ग्रुप में डाले गए ऑडियो संदेश ने पूरे शहर की पत्रकार बिरादरी को हिला दिया। आवाज में प्रमोद शर्मा बता रहे थे कि उन पर जानलेवा हमला हुआ है और उनकी जान खतरे में है। इस संदेश के फैलते ही शहर भर के पत्रकार और पुलिस विभाग अलर्ट हो गए। डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने तुरंत टीम गठित कर जांच शुरू कराई और मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों को रवाना किया और डीपी जमुना प्रसाद पत्रकार प्रमोद शर्मा को देखने जिला अस्पताल पहुंचे।
जांच में सामने आया कि पीड़ित पत्रकार प्रमोद शर्मा और आरोपी दीपक शर्मा आपस में पहले से परिचित हैं और उनके घर आस-पास हैं। दोनों के बीच पिछले कुछ समय से आपसी तनाव था, जो रविवार रात कुत्ते को बिस्कुट खिलाने को लेकर हुए विवाद में भड़क गया। यह तकरार इतनी बढ़ गई कि मारपीट तक पहुंच गई और प्रमोद शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। घायल पत्रकार को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, बाद में प्राथमिक उपचार के बाद मंगलवार सुबह उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। पुलिस ने आरोपी दीपक शर्मा को हिरासत में लेकर मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।