:- छोटा प्रदेश, बड़ा विकास!
:- पश्चिम यूपी को अलग राज्य बनाने की मांग तेज
न्यूज़ डायरी, नोएडा।
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों को मिलाकर यदि नया राज्य बनाया जाए तो यहां की तरक्की, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं अधिक तेज गति से विकसित होंगी। यह बात उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं पश्चिम प्रदेश निर्माण संयुक्त संयोजक मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी.पी. यादव ने कही। वह रविवार को गांव बझेड़ा कलां में पश्चिम प्रदेश निर्माण संयोजक मंडल द्वारा आयोजित एक विशाल सभा को संबोधित कर रहे थे।
डी.पी. यादव ने कहा
डी.पी. यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश का वर्तमान स्वरूप बेहद बड़ा है। इतने विशाल प्रदेश का समान रूप से विकास कर पाना मुश्किल होता है। यदि पश्चिमी जिलों को मिलाकर पृथक राज्य बनाया जाए तो यहां की प्रशासनिक व्यवस्था और विकास कार्यों को बेहतर ढंग से लागू किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि पश्चिम क्षेत्र के लोग रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के बेहतर विकल्प चाहते हैं और यदि अलग राज्य से यह संभव होता है तो इसमें किसी भी प्रकार की बुराई नहीं है।
उत्तराखंड के पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने दिया समर्थन
सभा में पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने भी पृथक पश्चिम प्रदेश की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि छोटे राज्य प्रशासनिक रूप से अधिक सक्षम और जनता के हितों के अधिक निकट होते हैं। उन्होंने कहा कि यदि जनता संगठित होकर शांतिपूर्वक अपनी मांग रखेगी तो उसका परिणाम सकारात्मक होगा और वे इस आंदोलन को अपना पूरा सहयोग देंगे।
सत्यपाल सिंह यादव ने कहा
14 साल से चल रहा आंदोलन, सरकार ने नहीं दिया ध्यान
पश्चिम प्रदेश निर्माण मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष सत्यपाल सिंह यादव ने कहा कि संगठन पिछले 14 वर्षों से इस मांग को लेकर सरकार के सामने धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करता आ रहा है। लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने इस दिशा में सकारात्मक पहल नहीं की। उन्होंने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के 27 जिलों को मिलाकर पृथक राज्य बनाया जाए, यही मोर्चे की मुख्य मांग है।
किसान यूनियन और सामाजिक संगठनों ने भी रखा समर्थन
सभा में किसान यूनियन के प्रतिनिधियों ने भी मंच से पृथक प्रदेश निर्माण के पक्ष में कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश कृषि प्रधान क्षेत्र है, लेकिन किसानों को उनकी उपज का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। अलग राज्य बनने पर किसान, व्यापारी और युवा सभी को सीधा लाभ मिलेगा।
डासना के चेयरमैन डॉ. मुजाहिद हुसैन (बाबू भाई) ने कहा कि पश्चिम क्षेत्र का सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक ढांचा मजबूत है, सिर्फ प्रशासनिक स्वायत्तता की जरूरत है।
सभा में किसान, वकील, व्यापारी, छात्र और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए।
सभा में मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
ओमवीर सिंह बीरवाल (आईएएस), परमेंद्र भाटी अध्यक्ष (बार एसोसिएशन नोएडा),पश्चिम प्रदेश निर्माण मोर्चा के केंद्रीय महासचिव कर्नल सुधीर चौधरी,उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी (सदरपुर), दिलशाद प्रमुख, चौधरी चंद्रकेतु सदस्य संयोजक मंडल, शीतल यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान यूनियन मोर्चा , अमन कसाना गाजियाबाद जिला अध्यक्ष राजेंद्र पाराशर, राजेश ( वरिष्ठ किसान नेता टिकैत) रोहतास कसाना, मास्टर श्री चंद, जगदीश प्रसाद शर्मा ,सलेक गोस्वामी, अमित यादव, एन के भारद्वाज,डीके त्यागी, गौरव यादव, शहनवाज खान एडवोकेट, ने आदि मौजूद रहे।