सिसोदिया ने बाहर आकर कहा -हमने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया
नई दिल्ली:- दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर लगभग 14 घण्टे की छानबीन के बाद शुक्रवार रात करीब 10:30 पर सीबीआई टीम वापस लौटी। आबकारी नीति को लेकर हुई एफआईआर के बाद अचानक हुई इस रेड में सीबीआई कई फाइलें और लैपटॉप आदि अपने साथ भी ले गई है। सीबीआई के जाते ही सिसोदिया घर से बाहर आए और वहां उपस्थित मीडिया से बात की। सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई की टीम का व्यवहार बहुत अच्छा था। हमने सीबीआई अधिकारियों का जांच में पूरा सहयोग किया और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने बताया कि सीबीआई अधिकारी मेरा फोन, लैपटॉप और विभाग की कुछ फाइलें साथ ले गए हैं। सिसोदिया ने कहा कि यह छापेमारी राजनीति से प्रेरित है। इसके लिए ऊपर से आदेश आए थे। हमने कभी कुछ गलत नहीं किया और कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, इसलिए हम किसी से डरते नहीं हैं।
सिसोदिया ने कहा कि हमने ईमानदारी से काम करके स्कूल और अस्पताल बनाए हैं। लाखों बच्चों का भविष्य संवारा और लाखों बीमार लोगों का इलाज किया है। उन सब की दुआएं हमारे साथ हैं।
30 स्थानों पर हुई है छापेमारी:
जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास और 30 अन्य स्थानों पर शुक्रवार को छापे मारे। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि सिसोदिया के निकट सहयोगी की कंपनी को कथित रूप से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को सात राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में 31 स्थानों पर छापेमारी की गई। दो अन्य लोक सेवकों के परिसरों पर भी छापेमारी की गई। देश के जिन स्थानों के विभिन्न ठिकानों पर छापे मारे गये उनमें दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ, बेंगलुरु शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि छापे के दौरान अपराध से संबंधित कई दस्तावेज, सामग्रियां और डिजिटल रिकॉर्ड आदि बरामद किए गए हैं।
15 लोगों पर हुई है एफआईआर:
सीबीआई ने बुधवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 477-ए (अभिलेखों के मिथ्याकरण) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा-सात सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दायर अपनी प्राथमिकी में सिसोदिया और 14 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अधिकारियों के अनुसार, सिसोदिया, कृष्ण, पूर्व आबकारी उपायुक्त आनंद कुमार तिवारी, सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर, अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडेय को एफआईआर में नामजद किया गया है। आरोपियों की सूची में छह अन्य कारोबारी एवं दो कंपनियां शामिल हैं।