दो पालियों में सम्पन्न हुई PCS परीक्षा — लाखों अभ्यर्थियों ने आजमाई किस्मत।

✍️ योगेश राणा


न्यूज़ डायरी, नोएडा।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2025 एवं सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा आज जनपद गौतमबुद्धनगर समेत प्रदेशभर के 75 जिलों में सकुशल संपन्न हुई। परीक्षा दो पालियों में शांतिपूर्ण एवं सुचिता के साथ आयोजित की गई।

दो पालियों में हुई परीक्षा

इस वर्ष की परीक्षा दो चरणों में आयोजित की गई —पहली पाली सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक। दूसरी पाली दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक।

प्रदेश भर के 1435 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा एक साथ संपन्न हुई। इस परीक्षा के लिए कुल 6.26 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, जबकि 200 पदों के लिए यह भर्ती परीक्षा आयोजित की गई है।

गौतमबुद्धनगर में 20 परीक्षा केंद्रों पर सख्त व्यवस्था

जनपद गौतमबुद्धनगर में परीक्षा के लिए 20 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए थे। इन केंद्रों पर कुल 8376 अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए प्रवेश दिया गया। प्रशासनिक व पुलिस टीमों की कड़ी निगरानी में सभी केंद्रों पर परीक्षा शांति एवं पारदर्शिता के साथ सम्पन्न हुई।प्रथम पाली में 8376 में से 3289 अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जबकि 5087 अनुपस्थित रहे।वहीं द्वितीय पाली में 3252 अभ्यर्थी उपस्थित और 5124 अनुपस्थित रहे।

जिलाधिकारी मेधा रूपम ने की व्यवस्थाओं की सराहना

गौतमबुद्धनगर की जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बताया कि परीक्षा के दौरान शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता रही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक केंद्र पर कक्ष निरीक्षक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, और सेंटर सुपरिटेंडेंट को तैनात किया गया था। साथ ही, परीक्षा से पहले सभी को दो चरणों में विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया।

पहली बार एआई (AI) आधारित निगरानी प्रणाली का उपयोग।

इस बार आयोग ने परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक नई पहल की है। पहली बार कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित निगरानी प्रणाली का उपयोग किया गया।आयोग ने अपने हाईटेक कंट्रोल रूम से प्रदेशभर के परीक्षा केंद्रों की लाइव मॉनिटरिंग की। इस प्रणाली से न केवल परीक्षा की पारदर्शिता बढ़ी है, बल्कि अनुचित गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई भी संभव हुई।

परीक्षा केंद्रों पर पुलिस बल के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी भी पूरे समय सतर्क रहे। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। अभ्यर्थियों को प्रवेश से पहले कठोर जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। किसी भी तरह की नकल या अनुचित गतिविधि की कोई सूचना नहीं मिली।