- ऑपरेशन सिंदूर बना भारत की वीरता और विज्ञान की मिसाल – राजनाथ सिंह
- शस्त्र और शास्त्र का संगम ही राष्ट्र को बनाता है शक्तिशाली – योगी आदित्यनाथ
न्यूज़ डायरी,गौतमबुद्ध नगर।
नोएडा आज ऐतिहासिक दिन का गवाह बना। भारत सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेक्टर-81 स्थित रेफी एम फाइबर प्राइवेट लिमिटेड की अत्याधुनिक रक्षा उपकरण एवं इंजन टेस्ट फैसिलिटी का लोकार्पण किया। इस अवसर पर दोनों अतिथियों ने रक्षा क्षेत्र में हुए तकनीकी नवाचारों को देखा और ड्रोन प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
“नवाचार और विज्ञान से असंभव भी संभव” – राजनाथ सिंह
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह इकाई देश की सबसे बड़ी रक्षा उपकरण और ड्रोन निर्माण इकाई के रूप में उभर रही है।
उन्होंने कहा –

“आत्मनिर्भर भारत का मजबूत स्वरूप अब नोएडा में भी दिखाई दे रहा है। आने वाले समय में यही इकाई 5000 से अधिक युवाओं को रोजगार देगी।”
उन्होंने याद दिलाया कि यह कंपनी वर्ष 2017 में केवल 10 सदस्यों से शुरू हुई थी और आज यहां 600 से अधिक युवा इंजीनियर कार्यरत हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख
रक्षा मंत्री ने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देते हुए कहा –
“संकल्प, साहस और विज्ञान से असंभव भी संभव हो सकता है।”
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में रेफी एम फाइबर और डीआरडीए द्वारा निर्मित तीन उपकरणों का सफल उपयोग किया गया।
“शस्त्र और शास्त्र का समन्वय ही राष्ट्र को शक्तिशाली बनाता है”
– योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
“पहले हमें रक्षा उपकरणों के लिए दुनिया पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यह टेस्ट फैसिलिटी नोएडा को डिफेंस हब के रूप में स्थापित करेगी।”
योगी जी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने युद्ध के नए दौर का आगाज किया है। उन्होंने महापुरुषों का उल्लेख करते हुए कहा –
गुरु द्रोणाचार्य ने भी शस्त्र और शास्त्र दोनों के महत्व को बताया था।
महाराणा प्रताप ने कहा था – “वीर भोग्या वसुंधरा।”
यूपी डिफेंस सेक्टर की नई पहचान
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश पहले से ही रक्षा उत्पादन में समृद्ध रहा है –
9 ऑर्डिनेंस फैक्ट्री और 4 डिफेंस पीएसयू पहले से कार्यरत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रयास से यूपी को एक बड़ा डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग केंद्र मिला है।
प्रदेश के 6 नोड्स (अलीगढ़, आगरा, कानपुर, लखनऊ, झांसी और चित्रकूट) में रक्षा उत्पादन से जुड़ी परियोजनाओं का तेजी से विकास हो रहा है।
अब तक 12,500 एकड़ भूमि रक्षा सेक्टर के लिए उपलब्ध कराई गई है।
योगी आदित्यनाथ ने गर्वपूर्वक कहा कि लखनऊ अब ब्रह्मोस मिसाइल केंद्र के रूप में जाना जाता है और अमेठी, हरदोई व झांसी जैसे जिलों में भी बड़े पैमाने पर डिफेंस प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं।
रेफी एम फाइबर के चेयरमैन ने रखा लक्ष्य
कंपनी के चेयरमैन विकास मिश्रा ने कहा कि भारत तेजी से रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बन रहा है।
उन्होंने कहा –
“हमारा लक्ष्य है कि 2030 तक भारत को फाइटर प्लेन तक किसी अन्य देश से न लेना पड़े।”
कंपनी फिलहाल हर महीने 150 से अधिक हाई-एल्टीट्यूड लॉजिस्टिक्स ड्रोन और 300 छोटे यूएवी तैयार कर रही है।
इस दौरान मुख्य रूप से उपस्थित रहे
इस दौरन माननीय सांसद डॉक्टर महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी, विधायक नोएडा पंकज सिंह, विधायक दादरी तेजपाल नागर, विधान परिषद सदस्य नरेंद्र भाटी, अन्य जनप्रतिनिधि गण, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार, रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी नोएडा प्राधिकरण लोकेश एम, मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा रवि एनजी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी यमुना विकास प्राधिकरण राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी गौतम बुध नगर मेधा रूपम, प्रशासन एवं पुलिस विभाग के तथा रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।