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आर्य समाज निराशा हताशा में आशा का संचार करता है- शिक्षाविद चन्द्रकांता गेरा (कानपुर)
गाजियाबाद:- केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में “आर्य चिन्तन गोष्ठी” का आयोजन ऑनलाइन किया गया I यह करोना काल में 421 वां वेबिनार था।
शिक्षाविद चन्द्रकांता गेरा (प्रधानाचार्य,आर्य इंटर कालेज कानपुर) ने कहा कि आर्य समाज व्यक्ति की निराशा हताशा को दूर करके आशा का संचार करता हैI आर्य समाज का चिंतन दिशा व दशा को बदलता है।आज महिलाओं को समानता के जो अधिकार मिले हैं वह महर्षि दयानन्द जी का ही प्रताप हैI उन्होंने कहा कि जीवन में सभी सुख चाहते हैं इसके लिए वेद मार्ग पर चलना होगा।महर्षि दयानन्द जी ने भी वेदों की और लौटो यही आह्वान किया है।आर्य समाज ऐसा दीपक है जो सत्य की राह पर चलना सिखाता है, आओ वेदों की और लौटे व सच्चा सुख प्राप्त करें।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि आर्य समाज जीवन जीने की कला सिखाता है जो भी इसके पास आया वह पारसमणि बन गया्।
राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि आर्य समाज से जुड़ने के बाद व्यक्ति पाखंड,अंधविश्वास व बाबाओं के चक्कर में नहीं फंसता उसमें तर्क शक्ति का विकास होता है।
गायक रवीन्द्र गुप्ता,प्रवीना ठक्कर,विजय वधावन,कमलेश चांदना,कमला हंस,रजनी गर्ग,जनक अरोड़ा, प्रतिभा कटारिया,कुसुम भंडारी,शोभा बत्रा, सुदर्शन चौधरी,ऊषा सूद आदि ने मधुर भजन सुनाये I