:- साइबर क्राइम पुलिस ने 274 अवैध ऐप की लिस्ट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को भेज
:- ऐप की जांच की गई तो पता चला कि कुछ ऐप का डाटा यूनाइटेड किंगडम (यूके) से लेकर दुबई तक में है।
उत्तर प्रदेश /नोएडा :- इंटरनेट के बढ़ते प्रचलन से लोग प्रतिदिन आवश्यकता की जरूरी वस्तुएं आसानी से ऑनलाइन मिल रही है इसी कड़ी में आजकल पर्सनल लोन देने के नाम पर बहुत सारी ऑनलाइन एप्लीकेशन देखने को मिल जाएंगी जो ऑनलाइन के नाम पर ज्यादा ब्याज प्रोसेसिंग फीस वे अन्य चार्जेस भी लगा रही है साइबर क्राइम पुलिस ने ऐसी लोन देकर वसूली के नाम पर उत्पीड़न करने वाले अवैध रूप से चल रही 274 लोन एप जल्द ही बंद होंगे। यूपी साइबर क्राइम पुलिस ने इन एप को चिह्नित कर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को पत्र भेजा है। आरबीआई के सत्यापन के बाद इन एप को बंद कराकर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट की जानकारी के मुताबिक पिछले 6 महीने मे इन ऐप से तुरंत लोन देने के बाद वसूली के लिए फोन कॉल,धमकी,अश्लील फोटो भेज कर मुक्ता को परेशान करने की लगभग दस हजार से ज्यादा शिकायतें उत्तर प्रदेश साइबर क्राइम पुलिस को मिली। शिकायतकर्ता ने लोन लेने के बाद इन ऐप के जरिए तुरंत वसूली व बदसलूकी की शिकायत दर्ज की गई। इन शिकायत कर्ताओं में एक बड़ा हिस्सा नोएडा, गाजियाबाद व पश्चिमी यूपी के शिकायतकर्ताओं का है। जब इन शिकायतों की जांच यूपी साइबर क्राइम पुलिस ने की तो अवैध रूप से चल रहे ऐसे लोन एप की जानकारी हुई। जिनके बारे में न तो कोई जानकारी मिली और न ही कोई डाटा मिला। इसके बाद यूपी साइबर क्राइम पुलिस ने कानूनविद व साइबर एक्सपर्ट से मशविरा किया तो प्रथमदृष्टया 274 एप अवैध निकले। अब यूपी साइबर पुलिस ने एप के औपचारिक सत्यापन के लिए आरबीआई को पत्र भेजा है। सत्यापन के बाद इन एप को बंद कर दिया जाएगा।
कुछ मुख्य ऐप के नाम जो होने वाली है बंद
कैश एडवांस, कैश कॉम एंड वॉलेट प्रो, हनी लोन एप, मनी व्यू एप, क्रेडिट एप, मैजिक लोन, मोर लोन, हेल्प मनी एप्लीकेशन, कैश एक्सपी, पाम रूपीज, धनी, रैनबो, आसान लोन, आई क्रेडिट व्हेन क्रेडिट, कैश पार्क, रिच कैश, इंड लोन, कैश कैरी, कैश एडवांस वन, इनकम ओके आदि