दिल्ली में सड़क , आकाश और नदी सब पर दुरुस्त पहरा


नई दिल्ली।
गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर दिल्ली पुलिस समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुरक्षा और जांच व्यवस्था को कड़ी कर दी गई है।
गणतंत्र दिवस को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में जगह-जगह कमांडो दस्तों ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है। दर्जन भर से ज्यादा स्थानों पर दिल्ली पुलिस के कमांडो दस्ते से लैस विशेष पराक्रम वाहनों की भी तैनाती कर दी गई है। गणतंत्र दिवस के दौरान सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए कर्तव्य पथ से लेकर आसपास के स्थानों पर एनएसजी के कमांडो दस्ते सहित अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है। वहीं एयरपोर्ट, रेलवे-मेट्रो स्टेशनों और बस अड्डों पर भी कड़ी निगरानी की जा रही है। बता दें कि जमीन से लेकर आसमान तक और नदी में भी सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए दिल्ली पुलिस, एनएसजी, एसपीजी, एनआईए आदि लगातार इलाके में निगरानी रख रही है।
एरियल अटैक के खतरे को देखते हुए दिल्ली के आसमान में ड्रोन, ग्लाईडर, बैटरी से चलने वाले एयरक्राफ्ट व पैरा जंपिंग उड़ान, हॉट एयर बलून जैसी हवा में उड़ने वाली सभी चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया गए हैं। वहीं जमीन पर जगह जगह मचान बना कर हथियारबंद जवानों को तैनात कर दिया गया है। ऊंची बिल्डिंगों पर स्नैपरों की तैनाती कर दी गई है।
कर्तव्य पथ और उसके आसपास फेस रिकग्निशन वाले सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। वहीं एंटी ड्रोन रडार सिस्टम का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
कैमरों के फुटेजों की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं। बम स्कवॉड और डॉग स्कवॉड की टीम भी लगातार जांच में जुटी हुई है। इसके अलावा, सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए दिल्ली पुलिस दिल्ली से सटे राज्यों की पुलिस के साथ कॉर्डिनेशन मीटिंग भी कर रही है।
जमीन और आसमान के साथ अब राजधानी दिल्ली में मौजूद यमुना नदी में भी दिल्ली पुलिस के साथ अन्य सुरक्षाकर्मियों द्वारा वोट से तो वही खादर इलाके में पैदल मार्च कर लगातार दुश्मनों की हरकतों पर पैनी नजर रखी जा रही है। यमुना नदी राजधानी दिल्ली को इससे सटे राज्यों से अलग करता है पर दुश्मनों के लिए एक सुगम रास्ता हो सकता है, जिसको लेकर सुरक्षाकर्मी कोई कोताही नहीं बरतना चाहते हैं।
गणतंत्र दिवस के मद्देनजर राजधानी में महीने भर से उच्च स्तरीय जांच चल रही है। होटल, गेस्ट हाउस, रेंटर वेरिफिकेशन कर किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने की कवायद में दिल्ली पुलिस लगी हुई है। दिल्ली पुलिस के 50 हजार जवानों के साथ 60 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियों को पूरी दिल्ली की सुरक्षा बंदोबस्त को संभालने की जिम्मेदारी दी गयी है।