:- विशेष चिकित्सा सेवाओं से सालाना 1 लाख मरीजों का उपचार
:- . डॉ. डीपी रस्तोगी संस्थान: 17 वर्षों से होम्योपैथी में अग्रणी
नोएडा :- आज डॉ. डीपी रस्तोगी केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान (DDPRCRI), नोएडा, द्वारा आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान डॉ. शाजी कुमार, आरओ(एच)/वैज्ञानिक-4, प्रभारी अधिकारी, डॉ. पद्मालय रथ, आरओ(एच)/वैज्ञानिक-3, अस्पताल प्रभारी, डॉ. पंकज गुप्ता, सहायक निदेशक (फार्माकोलॉजी), ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि हमारी यह संस्था पिछले 17 वर्षों से होम्योपैथी के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह संस्थान न केवल रोगी देखभाल में उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करता है, बल्कि होम्योपैथिक चिकित्सा में शोध कार्य को भी बढ़ावा देता है।संस्थान में ओपीडी, आईपीडी, प्रयोगशालाएं, अल्ट्रासाउंड और इमेजिंग सुविधाएं, और विशेष क्लीनिक जैसे ईएनटी, नेत्र विज्ञान, जीवनशैली विकार, फिजियोथेरेपी, और बांझपन क्लीनिक मौजूद हैं। यहां विभिन्न गंभीर रोगों जैसे साइनसाइटिस, गर्भाशय फाइब्रॉएड, पीसीओएस, स्तन फाइब्रोएडीनोमा, सोरायसिस, गठिया, पोस्ट कोविड-19 सिंड्रोम आदि का इलाज किया जाता है। सालाना 1 लाख से अधिक मरीजों को उपचार मिलता है।
नैदानिक अनुसंधान और प्रकाशित अध्ययन
संस्थान ने अब तक 45 नैदानिक अनुसंधान अध्ययन किए हैं, जिनमें से 80 शोध पत्र प्रमुख वैज्ञानिक पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। मूत्र तनाव असंयम, एलर्जिक राइनाइटिस, बांझपन, और किशोर लड़कियों में मासिक धर्म की गड़बड़ी जैसी बीमारियों पर आगे के शोध के लिए कई नैदानिक परीक्षण पाइपलाइन में हैं।
औषधि मानकीकरण और फार्माकोविजिलेंस
संस्थान औषधि मानकीकरण पर भी कार्य कर रहा है, जिसमें औषधीय पौधों और दवाओं की गुणवत्ता और प्रामाणिकता में सुधार लाना प्रमुख है। फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम के तहत होम्योपैथिक दवाओं के प्रतिकूल प्रभावों और भ्रामक विज्ञापनों पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम
संस्थान समय-समय पर जागरूकता अभियान जैसे रक्तदान शिविर, नशा मुक्त भारत अभियान, स्वच्छता अभियान, और पोषण अभियान का आयोजन करता है।