Noida : गोवर्धन पूजा एवं बाल लीलाओं का किया वर्णन

नोएडा :- सेक्टर 93 स्थित श्रमिक कुंज प्रथम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथा व्यास विनोद कृष्ण जी महाराज ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का भावपूर्ण वर्णन किया। कथा प्रसंग को बढ़ाते हुए व्यास जी ने कहा कि देवताओं के राजा इन्द्र को बहुत अभिमान हो जाता है भगवान उसका अहंकार नष्ट करने की सोचते हैं। वृज में हर वर्ष इन्द्र की धूमधाम से पूजा होती है लेकिन इस बार कृष्ण इंद्र की पूजा के लिए मना करते हैं और गोवर्धन पूजा के लिए सभी को मना लेते हैं।इस बात से इन्द्र क्रोधित होकर बृज मंडल में भारी वर्षा करते हैं। सारे वृजवासी भयभीत हो जाते हैं। तब भगवान कृष्ण अपनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को धारण कर सभी की रक्षा करते हैं। वृजवासी भगवान को छप्पन भोग अर्पित करते हैं। इन्द्र जान जाते हैं कि कृष्ण और कोई नहीं साक्षात नारायण हैं। इन्द्र भगवान कृष्ण से क्षमा माँगते हैं। सभी भक्तों द्वारा बनाए गए अलग अलग पकवानों का भोग भगवान गोवर्धन जी को लगाया गया।इसके बाद वकासुर अघासुर के वध के प्रसंगों का भी वर्णन कथा व्यास द्वारा किया गया। इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे ने बताया कि 13 दिसंबर को रुक्मिणी विवाह आदि कथाओं का वर्णन व्यास जी द्वारा किया जायेगा।

इस अवसर पर मुख्य तौर पर मौजूद रहे

इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे, मुख्य यजमान श्यामानंद मिश्रा, पंडित महादेव शर्मा, पंडित महेश पाठक शास्त्री, सुशील पाल, रवि राघव, राजेश ध्यानी, बालेंद्र सिंह, संटू मिश्रा, महेंद्र कौशिक, राजेश सिंह, अनिल शर्मा, के एन पांडे सहित तमाम भगवत्प्रेमी भक्तजन मौजूद रहे।