नई दिल्ली।
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर मंगलवार को राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी की गई है। कानून और व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस ने पहले ही धारा 144 लागू कर दी है, जिससे ट्रैक्टर ट्रॉलियों और बड़ी सभाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सिंघु-गाजीपुर-टिकरी-चिल्ला बॉर्डर पर करीब 18 हजार सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हर बॉर्डर पर करीब 7 लेयर की कड़ी सिक्योरिटी है।
दिल्ली पुलिस के अलावा, रैपिड एक्शन फ़ोर्स, सीआईएसएफ, बीएसएफ के जवानों की तैनाती की गई है। सुरक्षाबलों को सिर्फ आंसू गैस के गोले, लाठी और बॉडी गार्ड किट के साथ तैनात किया गया है। बॉर्डर पर फ्रंट लेयर में महिला सुरक्षाबलों की संख्या ज्यादा है। ड्रोन के जरिये आसपास के अन्य रास्तों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। पिछली बार से सबक लेते हुए जवानों को इस बार एंटी टियर गैस मास्क दिए गए हैं। आपको बता दें कि पिछली बार किसानों ने पुलिस के आंसू गैस के गोले वापस पुलिस पर ही फेंके थे।
जाम में फंस गया दिल्ली-एनसीआर :
हालात इतने खराब हुए कि दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम में कई जगह लंबा जाम लग गया। दिल्ली , नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम आदि के रास्तों पर हज़ारों की संख्या में वाहन घण्टों तक जाम में फंसे रहे। प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि सड़क हमने नहीं सरकार ने रोकी है। किसान नेताओं ने कहा कि हम टकराव नहीं चाहते हैं।