लखनऊ।
आगामी दिनों में शारदीय नवरात्र, दुर्गा पूजा, विजयादशमी, दशहरा, दीपावली, छठ आदि पर्व त्योहारों को हर्ष, उल्लास और सौहार्द के साथ मनाए जाने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीट सिपाही से लेकर हल्का इंचार्ज और पुलिस कप्तान सहित हर अधिकारी सड़क पर उतरे। त्योहार के दिनों में कुछ अराजक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस को अलर्ट रहना होगा। आम आदमी को उसकी सुनिश्चित सुरक्षा के लिए पूरा भरोसा दिलाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत वर्षों में नियोजित प्रयासों से धर्मस्थलों पर अनावश्यक लगे लाउडस्पीकर उतारे गए थे, किंतु कतिपय क्षेत्रों से इनके पुनः लगने की सूचना मिल रही है। इसी तरह, त्योहार में अश्लील गीतों और कानफोड़ू डीजे संगीत से भी आम आदमी को समस्या होती है। ऐसी किसी भी गतिविधि को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइ का उल्लंघन कर होने वाली ऐसी गतिविधियों पर सम्बंधित पुलिस कप्तान की जवाबदेही तय की जाएगी। बैठक में मुख्यमंत्री ने बलरामपुर, सहारनपुर, सीतापुर और मीरजापुर जैसे शक्तिपीठ वाले जनपदों में नवरात्र मेले की तैयारियों के संबंध में जिलाधिकारियों से रिपोर्ट ली और श्रद्धालुओं के हित में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि त्योहारों पर हर गांव-नगर को पर्याप्त बिजली मिलनी चाहिए। लोकल फाल्ट/रोस्टरिंग के नाम पर अनावश्यक कटौती न हो। वहीं दुर्गापंडालों में फायर सेफ्टी के निर्देश देते हुए उन्होंने पटाखों की दुकानों को आबादी से दूर लगाए जाने और इन दुकानों के लाइसेंस निर्गत करने में देर न करने के निर्देश भी दिए।