ग्रेटर नोएडा :- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मे रोज कुछ न कुछ नया घटित हो रहा है ऐसा ही एक मामला जिला गौतम बुध नगर दादरी विधानसभा क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव में देखने को मिला है जहां बुधवार की दोपहर हालत तनावपूर्ण हो गए। बिसाहड़ा गांव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार राजकुमार भाटी अपने चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। जहां उन्हें गांव वालों के विद्रोह का सामना करना पड़ा। गांव वालों ने राजकुमार भाटी की कारों का काफिला रोक लिया। और जमकर विरोध व नारेबाजी की बाद में पुलिस ने आकर समाजवादी काफिले को गांव से बाहर निकलवाया।
क्या है पूरा मामला
राजकुमार भाटी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जिला गौतम बुध नगर से दादरी विधानसभा सीट के विधायक प्रत्याशी हैं। इसीलिए बुधवार को अपने चुनाव प्रचार के लिए बिसाहड़ा गांव पहुंचे थे। जब राजकुमार भाटी और उनके समर्थक व समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कारों का काफिला बिसाहड़ा गांव में पहुंचा तो भारी संख्या में लोग इकट्ठा होकर समाजवादी पार्टी और उनके उम्मीदवार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक राजकुमार भाटी की कार भी क्षतिग्रस्त हुई है। मामले को बढ़ता देख पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद जारचा थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समाजवादी पार्टी के काफिले को गांव से बाहर तक निकलवाया।
ग्रामीणों ने लगाए समाजवादी पार्टी पर एक तरफा कार्यवाही के आरोप
ग्रामीणों ने अख़लाक़ हत्याकांड का जिक्र करते हुए तत्कालीन उत्तर प्रदेश मे समाजवादी पार्टी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार पर एक तरफा कार्यवाही करने के आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि गांव के लोगों पर फर्जी मुकदमे लगा कर जेल भेजा गया और समाजवादी सरकार ने उन्हें डराने का काम किया। गांव वालों का कहना था कि अब हम समाजवादी पार्टी के किसी नेता या कार्यकर्ता को गांव में नहीं घुसने देंगे। गांव के लोगों ने यहां तक कहा कि अख़लाक़ ने गौहत्या की थी।
इस सारी घटना पर राजकुमार भाटी बोले यह मेरा क्षेत्र है और वोट मांगना मेरा अधिकार। जो भी गांव वाले हैं वो मेरे साथी है मेरे बड़े छोटे हैं स्वागत करना या नाराजगी दिखाना उनका अधिकार है मगर मैं उनके बीच आता रहूंगा और अपनी बात रखूंगा और वोट भी मांगता रहूंगा