नई दिल्ली।
राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने लोकसभा की कुल 7 सीटों में से कांग्रेस को 1 सीट देने की बात कही है। मंगलवार को आप सांसद संदीप पाठक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि दिल्ली में आप 7 में से 6 सीटों पर खुद चुनावी ताल ठोंकेगी और सिर्फ 1 सीट पर वह कांग्रेस के चुनाव लड़ने के समर्थन में है। पाठक की ओर से इस दौरान यह भी कहा गया कि वे लोग गठबंधन धर्म निभाना चाहते हैं पर जिस तरह की देरी हो रही है वह बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
संदीप पाठक ने कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार है और नगर निगम में भी हमारी सरकार है। अब इस हिसाब से देखा जाए तो दिल्ली में हमारी 6 सीटें बनती है। इसलिये हम 6 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते है कांग्रेस को 1 सीट देने को तैयार है। संदीप पाठक ने कहा कि इंडिया गठबंधन जब घोषित हुआ था, उस वक्त देश में उत्साह था। गठबंधन का उद्देश्य सभी विपक्षी घटक दलों को एकसाथ आकर खुद का हित ना देखते हुये देश का हित देखते हुये इसके लिये काम करे। हम भी इसलिए इसमें शामिल हुए थे। इसका उद्देश्य चुनाव लड़ना और चुनाव जीतना है। इसके लिए समय पर कैंडिडेट घोषित करना, प्रचार-प्रसार पर काम करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारी कांग्रेस के साथ दो बार मीटिंग हुई। लेकिन निष्कर्ष कुछ नहीं निकला। इसके बाद पिछले 1 महीने में एक भी मीटिंग नहीं हुई। पहले न्याय यात्रा वजह बतायी गयी। औेर इसके बाद कुछ नहीं बताया। कांग्रेस के किसी नेता को कोई आइडिया नहीं कि कब मीटिंग होगी। आज भारी मन से बोलना पड़ रहा है।
दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि यह “दिल्ली के लोगों” का निर्णय है। आम आदमी पार्टी पहले ही एकतरफा घोषणा कर चुकी है कि वह पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और असम में तीन सीटों के लिए पार्टी ने उम्मीदवारों के नामों का भी ऐलान कर दिया है।
गोवा और गुजरात पर की पिक्चर साफ:
पाठक ने कहा कि गोवा में दो सीटें हैं। हम कांग्रेस के साथ गठबंधन को देखते हुए एक सीट पर उम्मीदवार घोषित कर रहे हैं। साउथ गोवा से वैंजी जो हमारे विधायक हैं, हम उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित कर रहे हैं। आप नेता ने कहा कि गुजरात में गठबंधन में हमारी 8 सीटें बनती हैं। इसे देखते हुए हम गुजरात के भरूच से चैतर बसावा और भावनगर से उमेश भाई मखवाना को उम्मीदवार घोषित कर रहे है। हमें लगता है कि कांग्रेस इस मांग पर समर्थन करेगी।