Congress tightens RSS by posting a photo, controversy may increase : कांग्रेस ने एक फोटो पोस्ट कर आरएसएस कसा ऐसा तंज,बढ़ सकता है विवाद

नई दिल्ली:-

इन दिनों कांग्रेस ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा कैम्पेन पर है। राहुल गांधी सहित सभी वरिष्ठ नेता लगातार भाजपा पर हमलावर हैं। लेकिन इस बार कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ऐसा तीर चला दिया जो सीधा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर जा लगा। दरअसल इस यात्रा के बीच कांग्रेस ने एक ऐसा ट्वीट किया है जिसे लेकर सियासी गलियारों में भूचाल आ सकता है। कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए पोस्ट में आरएसएस की ड्रेस में आग लगी तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर के जरिए कांग्रेस ने आरएसएस-बीजेपी पर निशाना साधा है।  

बता दें कि कांग्रेस ने ट्विटर पर आरएसएस की ड्रेस में आग लगी तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है कि देश को नफरत के माहौल से मुक्त करने और आरएसएस–बीजेपी द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई को पूरा करने के लक्ष्य की दिशा में हम एक–एक कदम बढ़ा रहे हैं।

पोस्ट की गई तस्वीर में आरएसएस की ड्रेस में नीचे आग जलती दिखाई दे रही है और धुंआ भी उठ रहा है. इसके साथ ही तस्वीर पर लिखा है ‘145 डेज मोर टू गो’।

आईं कई प्रतिक्रियाए:

कांग्रेस के इस ट्वीट को लेकर उत्तर प्रदेश में पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राजनीतिक मतभेद स्वाभाविक और समझने योग्य हैं लेकिन राजनीतिक विरोधियों को जलाने के लिए क्या इस तरह की मानसिकता की आवश्यकता है? नकारात्मकता और नफरत की इस राजनीति की सभी को निंदा करनी चाहिए। वहीं बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बेंगलुरु से सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी कांग्रेस के आरएसएस को लेकर किए गए ट्वीट पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि 1984 में कांग्रेस की आग ने दिल्ली को जला दिया। इसके पारिस्थितिकी तंत्र ने 2002 में गोधरा में 59 कारसेवकों को जिंदा जला दिया था। उन्होंने फिर से अपने पारिस्थितिकी तंत्र को हिंसा का आह्वान दिया है। राहुल गांधी के ‘भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ने’ के साथ, कांग्रेस संवैधानिक साधनों में विश्वास के साथ राजनीतिक दल नहीं रह गई है।

बढ़ सकता है विवाद:

अब इस तस्वीर को लेकर भाजपा सहित तमाम हिन्दू संगठनों और आरएसएस ने निंदा की है। सियासी पंडितों की मानी जाए तो संघ के जरिए कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना लगाने की कोशिश के बार की है,लेकिन इस बार सीधे सीधे संघ के गणवेश को टारगेट किया गया है,इसके लिए विवाद बढ़ने की उम्मीद अधिक है।