नोएडा :- आज महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर सेक्टर 22 चौड़ा गांव में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां बड़े ही धूमधाम से महाराणा प्रताप जयंती मनाई गई गांव के लोगों ने पुष्प और माला चढ़ाकर महाराणा प्रताप को याद किया साथ ही इस अवसर पर भंडारा कर प्रसाद वितरण भी किया गया
ओमपाल राणा ने बताया
महाराणा प्रताप जयंती पर महाराणा प्रताप को याद करते हुए चौड़ा गांव निवासी ओमपाल राणा ने बताया की हिन्दू हृदय सम्राट महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को राजस्थान के मेवाड़ में हुआ था। इनके पिता का नाम राणा उदय सिंह और माता का नाम जयवंता बाई था। इनका संबंध राजपूत परिवार से था। इनकी धर्मपत्नी अजबदे पुनवार थी।
राजपूत सम्राट महाराणा प्रताप ने अपनी वीरगाथा से भारत भूमि को किया गौरवान्वित
आज महाराणा प्रताप जयंती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार महाराणा प्रताप का जन्म ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया को हुआ था। अतः हर वर्ष ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया को महाराणा प्रताप जयंती मनाई जाती है। अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से वीर योद्धा और हिन्दू हृदय सम्राट का जन्म 9 मई, 1540 को मेवाड़ में हुआ था। आज देशभर में महाराणा प्रताप जयंती धूम-धाम से मनाई जा रही है। महाराणा प्रताप की वीर गाथा अमर है। इनकी वीर गाथा आज भी किस्से कहानियों में सुनाई जाती है। इतिहासकारों का कहना है कि महाराणा प्रताप एक ऐसे योद्धा थे, जिन्हें दुश्मन भी सलाम करते थे। उनकी वीरता से भारत भूमि गौरवान्वित हुई है।
महाराणा प्रताप का 80 किलो का था भाला
वह जब युद्ध के लिए जाते थे, तो 208 किलोग्राम की दो तलवारें, 72 किलोग्राम का कवच और 80 किलो के भाले लेकर जाते थे। मुगलों से अपने राज्य की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप ने जीवन भर लोहा लिया। कहा जाता है कि उन्होंने जंगल में घास की रोटी खाई और जमीन पर सोकर रात गुजारी लेकिन अकबर के सामने हार नहीं मानी।
इस अवसर पर मौजूद रहे
महाराणा प्रताप जयंती के इस अवसर पर मुख्य रूप से मौजूद रहे ओमपाल राणा, रोताश राणा, सोनू राणा, अधिवक्ता अनुज राणा, सौरव राणा, हिमांशु राणा, नोनी राणा, तुषार राणा,विपिन राणा अंकित राणा