वृंदावन धाम में दर्शन के लिए बदलने वाला है नियम

पंजीकरण के बाद ही दर्शन की अनुमति पर किया जा रहा है विचार।

नई दिल्ली/वृंदावनधाम |

मथुरा स्थित वृंदावन धाम में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए संभव है कि लोगों को इससे पूर्व रजिस्ट्रेशन करवाना पड़े। ज्ञात हो कि अभी तक ऐसा होता था कि लोग बड़ी संख्या में पहुंच जाते थे और वहां भयंकर भीड़ लग जाती थी।यहां तक कि कई ऐसे भी मामले सामने आए हैं जब लोगों की जान भी भीड़ में दम घुटने से हो गई है। इसी को देखते हुए एक फैसला पर विचार किया जा रहा है। मंदिर के पुजारी श्री श्रीवर्धन गोस्वामी न कहा कि कृष्ण की नगरी मथुरा स्थित वृंदावन में दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते रहते हैं। यहां के बांके बिहारी मंदिर में कई बार दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ लग जाती है कि उसे संभाल पाना लगभग नामुमकिन हो जाता है। यह भीड़ कई बार दुर्घटनाओं का कारण भी बन जाती है। इसी अनियंत्रित भीड़ को देखते हुए इस फैसले पर विचार जा रहा है।ताकि सभी आने वाले भक्तों को ठाकुर जी का सुगमता से दर्शन हो सके। गोस्वामी जी ने बताया कि इसके लिए आधार कार्ड से प्रत्येक श्रद्धालुओं को महीने में एक बार ही पंजीकरण के बाद दर्शन की अनुमति मिलेगी।अभी तक ऐसा भी होता था कि दूर-दूर से आने वाले बड़ी संख्या में भक्तों को वृंदावन धाम में ठाकुर जी का दर्शन नहीं हो पता था। जबकि वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में अन्य भक्त कई- कई बार दर्शन कर लेते थे।उन्होंने बताया की अब से मथुरा के वृंदावन स्थित ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना पड़ेगा। इसके बाद ही वे दर्शन कर पाएंगे।
दरअसल, जानकारी के मुताबिक वैसे तो मथुरा में स्थित बांके बिहारी मंदिर में हर दिन काफी भीड़ रहती है। लेकिन कृष्णजन्माष्टमी के आसपास यहां श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है।इसीलिए यहां भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की तरफ से जल्द ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है।मिली जानकारी के मुताबिक जन्माष्टमी के पहले ही ये प्रक्रिया शुरू हो सकती है।यह निर्णय विगत दिनों प्रशासन के अधिकारियों और मंदिर के सेवायत पुजारियों के साथ हुई बैठक के बाद लिया गया है।इस अहम काम निर्णय पर अंतिम मुहर तब लगेगी जब इस निर्णय को सिविल जज जूनियर डिविजन कोर्ट में रखा जाएगा।। माना जा रहा है कि इस निर्णय को जल्द ही हरी झंडी मिल जाएगी। फिलहाल बैठक के बाद ऑनलाइन पंजीकरण करवाकर दर्शन की व्यवस्था पर सहमति बनी है। इस निर्णय में यह भी बताया गया है कि लोग दर्शन से पहले ऑनलाइन पंजीकरण से दर्शन कर सकते हैं। साथ ही फिर स्थानीय लोग पहचान पत्र दिखाकर बिना रजिस्ट्रेशन के भी दर्शन कर सकते है।
वहीं यह भी विचार रखा गया है कि जन्माष्टमी पर मंगला आरती के लाइव दर्शन की भी व्यवस्था की जाएगी। इससे लोग बिना मंदिर गए भी दर्शन कर सकते हैं। साथ ही देशदुनिया में मशहूर कृष्ण मंदिर में लोगों के दर्शन करने की सुविधाओं और सुरक्षाओं को ध्यान में रखते हुए कई और इंतजाम भी किए जाएंगे।