नोएडा:- प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी को लिखे गए गोपनीय पत्र का एकमात्र उद्देश्य गौतमबुद्घनगर में बढ़ रहे जातीय तनाव के मामले की जांच कराना था ताकि जातीय द्वेष बढ़ाने में विघटनकारी भूमिका निभाने वाले कुछ नेताओं तथा अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए तथा इस मामले की एक उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। दुर्भाग्यवश उनका यह गोपनीय पत्र मीडिया में लीक हो गया। यह बात लोनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक व भाजपा नेताा नंदकिशोर गुर्जर ने कही है।
सेक्टर.29 स्थित नोएडा मीडिया क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में नंदकिशोर गुर्जर ने स्पष्ट कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एसीएस होम अवनीश अवस्थी को गोपनीय पत्र भेजा था। गोपनीय पत्र का उद्देश्य किसी नेता तथा किसी अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलना नहीं बल्कि जनपद में बढ़ रही ऐसी घटनाओं को रोकना तथा साजिश को नाकाम करना था। उन्होंने कहा न तो मैं किसी नेता के पक्ष में हूं और न ही किसी अधिकारी के पक्ष या विपक्ष में है। हाल ही में जनपद में हुए चंद तबादलों पर श्री गुर्जर ने कहा कि यह बात तबादलों तक ही सीमित नहीं रहेगी बल्कि जिले में लूट खसोट करने वाले तथा जातीय तनाव को पैदा करने वाले अफ सरों व नेताओं की गिरफ्तारी भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिम्मेदार अफ सर से जो उन्हें फ ीडबैक मिला है उस फ ीडबैक के आधार पर उन्होंने यह जानकारी प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह को भेजी थी ताकि जिले में चल रही साजिश को नाकाम किया जा सके तथा इसकी जांच करा कर इस पर कड़ी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार है। इस सरकार में चाहे कितना भी बड़ा कोई क्यों न हो यदि अपराध करेगा तो उसको किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। वह चाहे कोई नेता हो या अफसर। इसी उद्देश्य के तहत उन्होंने यह गोपनीय पत्र लिखा था। यह पूछे जाने पर कि इस मामले में नोएडा में 3 विधायक हैं ऐसे में दूसरे जनपद से आपको यहां आकर इस मामले में पत्रकार वार्ता क्यों करनी पड़ी। नंदकिशोर गुर्जर ने जवाब दिया कि वे पहले देश के एक जिम्मेदार नागरिक भी हैं। उन्हें जो उन्हें फ ीडबैक मिला उससे जनपद गौतमबुद्घनगर का माहौल खराब हो रहा था। इसका असर पड़ोसी जिलों तथा अन्य प्रदेशों में भी पड़ रहा था इसके मद्देनजर इसमें हस्तक्षेप करना उनका नैतिक कर्तव्य था। इसीलिए उन्होंने प्रदेश के शासन को इसकी जानकारी देना उचित समझा। उन्होंने कहा कि यह देखा जा रहा है कि जनपद गौतमबुद्घनगर में पिछले 2 वर्षों से जातिगत तनाव पैदा करके गृह युद्ध जैसी स्थिति बनाने की साजिश की जा रही है। यह न तो जनहित में है और न ही प्रदेश के हित में है।