Health : गर्मी में डिहाइ़ड्रेशन से थकान और हड्डियों में दर्द-गर्मी के मौसम में हाइड्रेशन का ध्यान रखें : डॉ केशव गोयल

: – गर्मी अधिक में शराब धूम्रपान और जंक फूड से बोन डेंसिटी होती है प्रभावित :- डॉ केशव गोयल

नोएडा :- भीषण गर्मी के कारण पानी के कमी से लोग बीमार पड़कर अस्पताल पहुंच रहे हैं। मौसम परिवर्तन के कारण हड्डी रोग से पीड़ित लोगों में पानी की कमी के कारण तेज दर्द होने लगा है। सबसे ज्यादा दर्द उन्हें होता है, जिन्हें पुरानी चोट लगी हुई है। ऐसे रोगियों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। फेलिक्स अस्पताल के ऑथोपेडिक्स डॉ केशव गोयल ने बताया कि सर्दी में तो हड्डी रोग से पीड़ित लोगों को दर्द होता ही है, लेकिन गर्मियों में भी हड्डियों में दर्द होता है। गर्मी के दौरान पानी की कमी के कारण भी हड्डियों का दर्द होता है। ऐसे समय में सबसे ज्यादा बुजुर्गों को ध्यान रखने की आवश्यकता है। नियमित रूप से व्यायाम अवश्य करें। गर्मियों में पसीने के कारण हमारे शरीर में पानी की कमी होने का खतरा अधिक होता है। जिसे डिहाइड्रेशन कहते हैं। जिसका होना शरीर के लिए सही नहीं है। शरीर में पानी की कमी, ऊर्जा की कमी के साथ कई शारीरिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकती है। लोगों को थकान और कमजोरी महसूस होती है। कुछ लोगों में यूरिन की प्रॉब्लम भी हो सकती है। डिहाइड्रेशन का प्रभाव हार्ट पर भी पड़ सकता है, जिससे दिल की धड़कन तेज हो सकती है। डिहाइड्रेशन होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि धूप में बहुत अधिक देर तक रहना, जिसके कारण पसीना आना, पानी कम पीना, और हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज करना। हड्डी के दर्द से बचाव के लिए गर्मी के मौसम में हाइड्रेशन का ध्यान रखें। अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना फायदेमंद रहता है। हल्दी वाले दूध का सेवन करना फायदेमंद होता है। हड्डियों के दर्द से बचाव के लिए नियमित व्यायाम भी करना चाहिए, इससे हड्डियां मजबूत होती है। नियमित रोजाना सुबह घूमना चाहिए। खाने में ऐसी चीजों को शामिल करें, जिनमें विटामिन डी, कैल्शियम, विटामिन सी पाया जाता है। बाहर के जंक फूड को खाने से हमें बचना चाहिए। इससे हड्डियों के साथ ही अन्य बीमारियों का भी खतरा बना रहता है। शराब व धूम्रपान से बोन डेंसिटी प्रभावित होती है। इसके लिए इनके सेवन से दूर रहना चाहिए। युवा बड़ी संख्या में इसका सेवन करने लगे हैं। जिसके कारण कम उम्र में यह हड्डी से जुड़ी समस्या उन्हें होने लगी है। आजकल बाहर के खानपान का चलन बढ़ गया है। जबकि घर के पौष्टिक आहार का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। कई बार लोग घुटने, कमर आदि में दर्द होने पर अपने मन से दवाई दुकान पर जाकर गोलियां या फिर बाम ले लेते हैं। इसको लगाने से कुछ समय के लिए तो आराम मिल जाता है लेकिन बाद में यह दर्द बढ़ जाता है। बाम का उपयोग करने से सूजन भी बढ़ सकती है। इसलिए अपने मन से कोई भी दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए। कई बार लोगों को पता ही नहीं होता है कि उन्हें बीमारी क्या है। वह बस मौसम के बदलाव के कारण होने वाला दर्द समझते हैं। विशेषज्ञों के पास जाने से यह फायदा होता है कि वह रोग का पता लगा पाते हैं और फिर उसी के हिसाब से इलाज करते हैं। कि पंखे और एसी के नीचे न बैठें क्योंकि ठंडी हवा सीधे लगने के कारण दर्द ज्यादा होने लगता है। ऐसे में हड्डी रोग से परेशान लोगों को सुबह और शाम दोनों समय गर्म पानी से सिकाई करनी चाहिए। इससे दर्द में काफी आराम मिलेगा। यदि फिर भी आराम न लगे तो विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए और उनकी सलाह से ही इलाज करवाना चाहिए। पानी की कमी होने पर घबराहट तेजी से होने लगती है, तो ऐसे में आप जल्दी से नमक और चीनी का वाला पानी पी सकते हैं। गर्मी में डिहाइड्रेशन की समस्या से दूर रखने में यह एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। पानी के साथ इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें। इसके लिए नींबू पानी में थोड़ा नमक और चीनी मिलाकर पिएं। इससे इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति जल्दी होती है। ओआरएस जैसी एनर्जी ड्रिंक पी सकते हैं। नारियल पानी शरीर के लिए फायदेमंद है। शरीर को हाइड्रेट रखता है। एंटीऑक्सीडेंट की ज्यादा होती है। वहीं विटामिन सी युक्त संतरे का जूस शरीर में सबसे जल्दी पानी की कमी को पूरा करने में मदद करेगा। पानी की कमी से चक्कर और घबराहट लग रही है, तो संतरे का जूस पिएं। डायबिटीज के मरीज इसकी जगह नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं। इसमें नेचुरल शुगर होती है, जो तुरंत शरीर को हाइड्रेट करने के साथ ऊर्जा प्रदान करती है। थकान को दूर करने में मदद करती है। नियमित रूप से इसके सेवन से गर्मियों में पानी की कमी से बचा सकता है।

डिहाइड्रेशन के लक्षणः

● प्यास लगना

● मुंह सूखना

● थकान होमा

● डिहाइड्रेशन के कुछ गंभीर लक्षण

● डार्क यूरिन

● सिरदर्द

● चक्कर आना

● रूखी त्वचा

● कब्ज