सरकार ने की समीक्षा बैठक कर इस पायलट प्रोजेक्ट को बताया सफल
नई दिल्ली:- दिल्ली सरकार यहां की सड़कों को सुरक्षित व यातायात को सुगम बनाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लेन ड्राइविंग की शुरुआत की थी। अब सरकार ने समीक्षा बैठक कर इसे काफी कारगर बताया है। यही नहीं सरकार के कहना है कि कुछ चुनिंदा सड़कों पर बसों की रफ्तार में 23 फीसदी का इजाफा भी हुआ है। दरअसल पिछले दिनों सरकार द्वारा आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर राजा गार्डन से ब्रिटानिया चौक के बीच 4.5 किमी रोड स्ट्रेच पर एक पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया। गुरुवार को उपमुख्यमंत्री व पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया व परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस पायलट फेज के नतीजों को जानने के लिए अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
राजा गार्डन से ब्रिटानिया चौक का दिया हवाला:
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि पायलट फेज के नतीजे काफी शानदार रहे है। उन्होंने बताया कि पायलट फेज में राजा गार्डन से ब्रिटानिया चौक के बीच 4.5 किमी रोड स्ट्रेच पर नए तरीके से रोड मार्किंग की गई जहाँ बस लेन का अच्छे से निर्धारण किया गया व लेन ड्राइविंग को भी इनफोर्स किया गया। इसका नतीजा यह रहा कि इस पूरे स्ट्रेच में नई मार्किंग के बाद यहां चलने वाले बसों की रफ़्तार 17 से 23% तक बढ़ गई और यात्रा में लगने वाले समय में कमी आई। साथ ही यहां यह भी देखा गया कि नई मार्किंग के साथ बसों लेन के उल्लंघन के मामलों में 54% तक कमी आई है।
इस मौके पर सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में लोगों को बेहतर व सुरक्षित सड़कें देने के लिए दिल्ली सरकार लेन ड्राइविंग को प्रतिबद्धता के साथ लागू कर रही है साथ ही लेन ड्राइविंग को बढ़ावा देने के लिए अंतराष्ट्रीय मानकों का ध्यान रखते हुए सड़कों के मार्किंग का काम भी नए सिरे से किया जा रहा है। इस दिशा में आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर किया गया पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है और उसके अच्छे नतीजें देखने को मिले है। उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट से मिले अनुभवों पर आगे काम करते हुए इसे पूरी दिल्ली की सड़कों पर लागू करने का काम किया जाएगा।
बता दे कि दिल्ली परिवहन विभाग की ओर से बसों के लिए लेन इंफोर्समेंट ड्राइव की भी शुरुआत की गई है। साथ ही ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट द्वारा ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि बस लेन में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न हो।