At an early age, children of Delhi think like smart entrepreneurs : कम उम्र में ही दिल्ली के बच्चों की सोच स्मार्ट एंत्रप्रेन्योर जैसी

उपमुख्यमंत्री ने एसकेवी शंकर नगर व एसकेवी मयूर विहार फेज-1, पॉकेट-4 का किया दौरा ,छात्रों से उनके बिज़नेस आइडियाज के विषय में जाना

नई दिल्ली :- दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को जॉब सीकर बनने के बजाय जॉब प्रोवाइडर बनाने के उद्देश्य से शुरू किए गए बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम ने अपने पहले साल में शानदार उपलब्धियां हासिल की और दूसरे साल में एक बार फिर दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में पूरे जोर-शोर बच्चों को बडिंग एंत्रप्रेन्योर बनाने के इस कार्यक्रम की शुरूआत हो चुकी है। दूसरे साल में कार्यक्रम की क्रियान्वयन के साथ-साथ बच्चों के शानदार बिज़नेस आइडियाज को जानने के लिए शनिवार को उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने सर्वोदय कन्या विद्यालय शंकर नगर तथा सर्वोदय कन्या विद्यालय पॉकेट-4 मयूर विहार, फेज-1 का दौरा किया।

स्कूल विजिट के दौरान स्टूडेंट्स ने उपमुख्यमंत्री के सामने अपने अनोखे बिज़नेस आइडियाज बताए जैसे पुराने टायर से बना सोफा, डिज़ाइनर ड्रेस, आर्गेनिक साबुन,आर्गेनिक लिपस्टिक, चॉकलेट, प्लास्टिक बैग के विकल्प, घर के लिए सजावटी सामान आदि से अवगत करवाया।

उपमुख्यमंत्री से अपने अनुभवों को साझा करते हुए स्टूडेंट्स ने बताया कि बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम से उनमें टीम में काम करने, प्लानिंग करने, रिस्क लेने जैसे क्षमताओं का विकास हुआ है साथ ही उनमें लीडरशिप क्वालिटी, नए आईडिया के लिए ब्रेन स्टोर्मिंग करने, टाइम मैनेजमेंट करने, अपने प्रोडक्ट को लेकर लोगों को कन्विंस करने, अपने आईडिया को और बेहतर बनाने के लिए मार्केट रिसर्च करने जैसी समझ भी आई है। बच्चों ने बताया कि उन्हें बिज़नेस ब्लास्टर्स से स्वतंत्र बनने में मदद मिल रही है, उनका कॉन्फिडेंस बढ़ रहा है और वो खुद के स्किल्स के बारे में समझ पा रहे है।

कई बच्चे जो इस साल 12वीं क्लास में है और पिछले साल भी बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम का हिस्सा थे उन्होंने बताया कि पिछले साल जब वो अपना आईडिया किसी के समक्ष रख रहे थे तो उनमें आत्मविश्वास की कमी दिखती थी लेकिन इस साल ऐसा नहीं है वो बिना हिचकिचाएं अपने बिज़नेस आइडियाज को प्रोडक्ट्स को मार्केट में भेज रहे है क्योंकि उन्हें मार्केटिंग, फाइनेंस आदि का प्रोसेस अब अच्छे से समझ आने लगा है। बच्चों ने बताया कि पिछले साल के अपने प्लान में कुछ बुनियादी  बदलाव कर उन्होंने अपने आइडियाज को और बेहतर बनाने का काम किया है।

बच्चों के बिज़नेस आइडियाज व उनके इनसाइट्स से प्रभावित होकर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी कम उम्र में ही अपने स्टार्ट-अप्स शुरू करने और बिज़नेस के कोर एलिमेंट्स को समझकर हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे न केवल स्मार्ट एंत्रप्रेन्योर बन रहे है बल्कि जिम्मेदार नागरिक भी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपने इसी आत्मविश्वास और आउट ऑफ़ बॉक्स सोचते हुए कुछ नया करने के अपने जुनून के साथ हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले ये बच्चे देश से बेरोजगारी को खत्म करने का काम करेंगे और अपने द्वारा शुरू की गई शानदार कंपनियों के माध्यम से देश की इकॉनमी को बूस्ट करने में अपना योगदान देंगे।

 केजरीवाल सरकार का बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम:

केजरीवाल सरकार का बिजनेस ब्लास्टर्स दिल्ली सरकार के एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम का एक महत्वपूर्ण घटक है जिसे इस साल दिल्ली सरकार के स्कूलों के साथ-साथ प्राइवेट स्कूलों द्वारा भी अपनाया जा रहा है। इसके तहत सरकार द्वारा छात्रों को 2000 रुपये प्रति छात्र के सीड मनी देकर उन्हें अपने स्टार्ट-अप्स को शुरू करने का वास्तविक अनुभव प्रदान किया जाता है।

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