DELHI : IIFCL का मुनाफा हुआ दोगुना, 1076 करोड़ रुपये का हुआ लाभ

नई दिल्ली :- इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी लिमिटेड (IIFCL) ने वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट जारी कर दी है। मार्च 2023 में समाप्त हुए वित्तवर्ष में कंपनी का शुद्ध लाभ अब तक के सर्वाधिक 1076 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। पिछले वित्तवर्ष में कंपनी को 514 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।

जयशंकर ने बताया
आईआईएफसीएल के प्रबंध निदेशक पीआर जयशंकर ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि कंपनी ने प्रत्येक पैमाने पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। कंपनी ने शुद्ध लाभ, रिकवरी, लोन मंजूरी और वितरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। कंपनी का नेटवर्थ 2022-23 में बढ़कर 12,878 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले वित्त वर्ष में 11,737 करोड़ रुपये था। कंपनी ने 2022-23 में 29,171 करोड़ रुपये का लोन मंजूर किया था जिसमें से 13,826 करोड़ रुपये वितरित किए गए। वहीं इस साल 31 मार्च तक यह आंकडा और बढा। इस अवधि तक कंपनी ने 2,13,378 करोड़ रुपये की धनराशि को मंजूरी दी थी, जिसमें से 1,05,647 करोड़ रुपये वितरित भी कर दिए गए।
बकौल जयशंकर, सरकार बुनियादी ढांचे के विकास पर अधिक ध्यान दे रही है। ऐसे में कंपनी लोन मंजूरी और वितरण पर और अधिक ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि व्यापार में तरक्की के लिए कंपनी चालू वित्त वर्ष के दौरान 16,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने की योजना बना रही है। आईआईएफसीएल नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) पर गंभीरता से ध्यान दे रही है। विगत वर्ष एनपीए 9.22 प्रतिशत से घटकर 4.76 प्रतिशत हुआ। अब कंपनी का एनपीए एक साल पहले की समान अवधि के 3.44 प्रतिशत से घटकर 1.41 प्रतिशत ही रह गया है।


जयशंकर ने बताया कि पिछले साल प्रोविजन कवरेज रेशियो (पीसीआर) 62.75 प्रतिशत से बढ़कर 70.48 प्रतिशत हो गया। इससे कंपनी की बैलेंस शीट और मजबूत हुई। यही नहीं कंपनी ने 1,349 करोड़ रुपये की वसूली भी की।
आईआईएफसीएल विकास की विभिन्न योजनाओं में भी निवेश कर रही है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 में प्रोजेक्ट बॉन्ड में 975 करोड़ रुपये और अक्षय ऊर्जा बांड में 325 करोड़ रुपये इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvITs) के जरिए निवेश किया। इस धनराशि में अभूतपूर्व वृद्धि की गई है। रिपोर्ट की मानें तो कंपनी ने बांड के जरिए 6200 करोड़ रुपये और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट के जरिए 6,800 करोड़ रुपये निवेश किया है। इस तरह अब तक कुल मिलाकर 1300 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि निवेश की जा चुकी है। मार्च 2023 तक कंपनी ने 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक के कुल परिव्यय के साथ 690 प्रोजेक्ट में निवेश किया।