Kejriwal was kind to the workers due to pollution : प्रदूषण के चलते मजदूरों पर मेहरबान हुए केजरीवाल

निर्माण कार्यों पर रोक के चलते मजदूरों को हर महीने मिलेंगे 5 हजार रुपये

नई दिल्ली:- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि निर्माण गतिविधियां बंद होने से प्रभावित हुए मजदूरों को पांच हजार रुपये प्रतिमाह की मदद दी जाएगी। यह जानकारी उन्होंने एक ट्वीट के जरिए दी। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि प्रदूषण को देखते हुए पूरी दिल्ली में निर्माण कार्यों पर पाबंदी लगा दी गई है। मैंने श्रम मंत्री मनीष सिसोदिया को निर्देश दिया है कि वो इस दौरान प्रभावित हुए मजदूरों को पांच हजार रुपये प्रतिमाह की आर्थिक मदद दिलवाएं।

प्रदूषण के चलते लगा है प्रतिबंध:

दिल्ली की खतरनाक होती आबोहवा को देखते हुए केंद्र सरकार की वायु गणवत्ता समिति ने 30 अक्तूबर को दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर निर्माण, तोड़ फोड़ और अन्य गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के चरण तीन के तहत पाबंदियों में निर्माण, तोड़फोड़ और खनन समेत अन्य गतिविधियों पर रोक लगेगी, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, रेलवे और मेट्रो समेत अन्य आवश्यक परियोजनाओं को इससे छूट होगी। दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर लगाई गई पाबंदी पर अमल सुनिश्चित करने के लिए 586 टीम गठित की हैं।

लगातार बिगड़ रही राजधानी की आबोहवा:

आंकड़ों के अनुसार बुधवार सुबह पीएम2.5 का औसत एक्यूआई 215 रहा। यहां के आनंद विहार में 399, मथुरा रोड पर 372, आईटीओ 388. लोधी रोड 337, पटपड़गंज 413, आरके पुरम में 396 थी। 

पर्यावरण मंत्री ने दी वर्क फ्रॉम होम की सलाह:

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बाद अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय ने जनता से खास अपील की है। गोपाल राय ने लोगों से आग्रह किया है कि अगर संभव हो तो वर्क फ्रॉम होम (घर से काम)करें और निजी वाहनों से चलने से परहेज करें। 50 फीसदी प्रदूषण गाड़ियों की वजह से है। लोगों को पटाखा नहीं जलाना चाहिए। केंद्र सरकार, पंजाब सरकार को सपोर्ट नहीं कर रही है जिसकी वजह से वहां पराली जलाया जा रहा है, किसानों को यह बंद करना चाहिए। 

गोपाल राय ने कहा कि वायु प्रदूषण की समस्या राजनीति के जरिये दूर नहीं की जा सकती। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की योजना को उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी लागू करने की जरूरत है। भाजपा अब किसानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रही है। बदला ना लें, उनका साथ दें। भाजपा को पराली जलाने के लिए किसानों को कोसना बंद करना चाहिए, वह कृषि कानूनों के खिलाफ हुए प्रदर्शनों की वजह से किसानों से नफरत करती है।