नई दिल्ली,
बीएसईएस अधिकारी बनकर कर वसूली करने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गैंग में शामिल तीन को अरेस्ट कर लिया। बता दें कि न्यू फ्रेंड्स कालोनी पुलिस ने बीएसईएस अधिकारी बनकर वसूली करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मामले में तीन लोगों को अरेस्ट किया है। इनके नाम बीके दत्त कालोनी निवासी शम्मी चड्ढा, दिनेश कुमार निवासी हरौली और शकील अहमद निवासी संगम विहार बताए गए हैं। आरोपियों के पास से एक स्कूटी, तीन बाइक और एक मोबाइल बरामद हुआ है।
डीसीपी राजेश देव के अनुसार, 10 जुलाई को महारानी बाग के एक घर से फर्जी बीएसईएस अधिकारियों द्वारा 12 लाख रुपये की मांग को लेकर एक पीसीआर कॉल मिली। इस बाबत मिली शिकायत पर न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक करने के साथ ही आरोपियों के मोबाइल नंबर की सीडीआर का विश्लेषण किया। जो बाइक सीसीटीवी फुटेज में नजर आई उसके मालिक का पता लगाया गया।
पुलिस ने सबसे पहले बाइक मालिक को पकड़ा और फिर उसके दोनों साथी भी दबोच लिए गए। इनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे फर्जी बीएसईएस अधिकारी बनकर निर्माणाधीन साइटों पर जाते थे, ताकि व्यावसायिक उद्देश्य के लिए घरेलू बिजली का उपयोग करने पर जुर्माने के नाम पर साइट मालिकों से रुपये वसूल सकें।
यह भी पता चला कि आरोपी इससे पहले भी कई अन्य लोगों से इसी प्रकार वसूली कर चुके थे। पुलिस के अनुसार, तीनों एक निजी कंपनी के माध्यम से बीएसईएस के रिकवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। कार्यकाल पूरा होने के बाद भी इनके द्वारा वसूली का सिलसिला जारी था। इस संदर्भ में बीएसईएस कॉरपोरेट कम्युनिकेशन के हेड दीपक शंकर ने बताया कि बीएसईएस अपने उपभोक्ताओं के साथ कभी भी इस तरह का सलूक नहीं करती है।हम बार-बार सभी उपभोक्ताओं से यही कह रहें हैं कि आप इस प्रकार से शामिल लोगों की शिकायत पुलिस से करें। और बिल के उगाही में शामिल डराने धमकाने वालों के खिलाफ शिकायत करें। अपना बिल अधिकृत साइट पर जाकर ही भुगतान करें और ओटीपी किसी को ना बताएं।