नई दिल्ली।
दिल्ली में टाइल्स और मार्बल लगा कर अपने परिवार का पेट पाल रहे एक शख्स पर अचानक जब आयकर विभाग का छापा पड़ा ,तो दिल्ली से लखनऊ तक हड़कम्प मच गया। रातों रात मजदूर के खाते में 221 करोड़ रुपए जमा हो गए। खास बात यह कि उसे इस बात का पता भी आयकर नोटिस आने के बाद चला। अब पूरा परिवार सकते में है।
दरअसल, पूरा मामला बस्ती जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र के बरतनिया गांव का है। यहां के रहने वाले शिव प्रसाद पिछले 25 सालों से दिल्ली में रहकर मार्बल व टाइल्स लगाने का काम करते हैं। शिव प्रसाद ने बताया कि उन्हें फरवरी 2021 में भी आयकर विभाग से एक नोटिस मिला था। लेकिन उस पत्र में सब कुछ अंग्रेजी में लिखा था, इसलिए उस पर ध्यान नहीं दिया और न ही किसी को कुछ बताया।
लेकिन दो दिन पहले फिर एक बार उसके घर पर आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा, जिसमें बताया गया कि उसके खाते में 2 अरब 21 करोड़ 30 लाख 7 रुपये जमा हैं। परिवार के लोगों ने दिल्ली फोन करके शिव प्रसाद को जब इसकी जानकारी दी तो वह गांव आ गया। अब शिव प्रसाद को यह समझ नहीं आ रहा था कि आखिर इतने रुपए का नोटिस उसे क्यों भेजा गया है। इतना ही नहीं बल्कि टीडीएस के रूप में बैंक द्वारा 4 लाख 58 हजार 715 रुपये पहले ही काटे जा चुके हैं।
शिव प्रसाद ने इस बारे में कुछ जानकारों से बात की तो अंदाजा लगाया कि शायद उसके कागजातों को इस्तेमाल कर के किसी ने उसके नाम से फर्जी खाता खोला है। शिव प्रसाद ने बताया कि दिल्ली में काम करते समय 2018- 2019 में उसका पैन कार्ड गायब हो गया था। शिव प्रसाद ने यह भी बताया कि उसके फिलहाल में दो खाते खुले हुए है। एक केनरा बैंक दिल्ली और दूसरा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया लालगंज बाजार में है।
शिव प्रसाद के अनुसार, उसके केनरा बैंक वाले खाते में बैलेंस जीरो है, जबकि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया लालगंज बाजार वाले खाते में लगभग 30 हजार रुपये जमा हैं। अब उसे समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर उसके नाम से ऐसा कौन सा करंट अकाउंट खोला गया है, जिसमें इतने रुपये जमा हैं। उसका पूरा परिवार सकते में है। वहीं अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि इस मामले को लालागंज थानाध्यक्ष के संज्ञान में दिया गया है और संबंधित बैंक से संपर्क कर के जांच की जा रही है।