Greater Noida : 1 अप्रैल को होगा विराट हिंदू सम्मेलन का आयोजन

:- विराट हिंदू सम्मेलन को लेकर निकाली गई जागरूकता रैली

:- रैली और शोभा यात्राओं मे मांग बढ़ने से बुलडोजर का बढ़ा किराया : वेद नागर


नोएडा :- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम बुलडोजर बाबा क्या पडा उसका असर ऐसा हुआ कि कभी निर्माण कार्य के लिए इस्तेमाल होने वाला बुलडोजर प्रचार के लिए इस्तेमाल होने लगा है। ग्रेटर नोएडा के गांव सादोपुर झाल में 1 अप्रैल को विराट हिंदू सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इस दौरान निकाली गई जागरूकता रैली में बुलडोजर पर झांकी आकर्षण का केंद्र रही। जिसमें माफियाओं को सख्त संदेश देने का प्रयास किया गया।

जागरूकता रैली में आकर्षण का केंद्र रहा बुलडोजर


     जागरूक रैली में बडी संख्या में चार पहिया और दो पहिया वाहन शामिल रहे। लेकिन सबसे ज्यादा लोगों को बुलडोजरों पर निकाली गई झांकी ने आकर्षित किया। गुंडे और माफियाओं को सख्त संदेश देने के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ और बागेश्वर धाम महाराज धीरेन्द्र शास्त्री की तस्वीरें लगाई गईं। बुलडोजरों को देखने के लिए लोग वाहनों से नीचे उतर कर सडक़ की साइड में खड़े हो गए।

वेद नागर ने कहना

गौ रक्षा हिन्दू दल अध्यक्ष वेद नागर का कहना है कि लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं। यही कारण है अब बुलडोजर सोशल मीडिया पर नहीं शहर की सडक़ों पर आम लोगों के मन में ट्रेंड कर रहा है। माफियाओं पर बुलडोजर द्वारा कराई जा रही कार्रवाई के बाद अब लोग बुलडोजर को झांकियों में देखना पसंद कर रहे हैं। वेद नागर ने बताया कि विराट हिंदू सम्मेलन योगी आदित्य नाथ जी को व बागेश्वर धाम के महाराज धीरेन्द्र शास्त्री को समर्पित किया जायेगा। सम्मेलन में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह रावत, लोकसभा सांसद महेश शर्मा, विधायक महामण्डलेश्वर जगत गुरु समेत बड़े दिग्गज नेता और साधु संत आ रहे हैं। बुलडोजर का उपयोग क्षेत्र में नींव खुदवाने और निर्माण कार्यों के लिए किया जाता है। आमतौर पर 900 से लेकर एक हजार रुपये प्रति घंटा किराए पर बुलडोजर मिल जाते हैं। मगर शोभा यात्रा झांकियों आदि में मांग बढऩे के कारण अब किराए का रेट 1500 रुपये तक पहुंच गया है। ऐसे आयोजनों में बुलडोजर की बढ़ती मांग के कारण अन्य निर्माण कार्यों के लिए उपलब्धता कम हो गई है, जिससे निर्माण कार्य कराने वाले लोगों को परेशानी भी हो रही है।