AAP and BJP on the streets on liquor policy : शराब नीति पर आप और भाजपा सड़कों पर

कांग्रेस ने भी दी केजरीवाल को बहस की चुनौती

नई दिल्ली:- दिल्ली सरकार की नई शराब नीति में कथित घोटाले पर अब सियासी घमासान अपने चरम पर है। शनिवार को आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में कई स्थानों पर प्रदर्शन किए। एक तरफ भाजपा जहां केजरीवाल सरकार को घेरने निकली तो दूसरी तरफ आप कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर सिसोदिया के घर हुई सीबीआई रेड मामले पर भाजपा को घेरा। ये सियासी तूफान यहीं नहीं थमा। दोपहर होते होते कांग्रेस भी इसमें कूद पड़ी और बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी के दिग्गज नेता ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा और केजरीवाल को खुली बहस की चुनौती दे डाली।

भाजपा ने निकाली पदयात्रा:

शनिवार को भाजपा की तरफ से दिल्ली में कई इलाकों में केजरीवाल सरकार के विरोध में पदयात्रा निकाली। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल और मनीष सिसोदिया चोर हैं के नारे भी लगाए।  बीजेपी के सभी मोर्चों से जुड़े नेता और पदाधिकारी प्रदर्शन में शामिल हुए और बीजेपी दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को बर्खास्त करने की मांग कर रही है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘दिल्ली में बैठी मौजूदा सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया  द्वारा शराब नीति में किए गए व्यापक भ्रष्टाचार के विरोध में आज गौरी शंकर मंदिर, लाल किला से फतेहपुरी चौक तक पदयात्रा निकाली। भाजपा ने आज विभिन्न स्थानों पर पदयात्रा निकाल विरोध किया।’ प्रदर्शन में विभिन्न स्थानों पर सांसद हर्षवर्धन, रमेश बिधूड़ी आदि सहित कई दिग्गज नेताओं ने अगुआई की।

आप ने भी किया प्रदर्शन:

वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी दिल्ली के भाजपा कार्यालय पर इकट्ठा हुए और प्रदर्शन किया। यहां आप ने सिसोदिया के घर पड़े सीबीआई छापे और भाजपा पर ऑपरेशन लोटस का आरोप लगा प्रदर्शन किया और भाजपा से सिसोदिया के खिलाफ सबूत सार्वजनिक करने को कहा। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मनीष सिसोदिया के घर 14 घंटे की सीबीआई रेड के बाद भी कुछ नहीं मिला,यदि कुछ मिला है तो अब तक क्यों नहीं सामने आया। भाजपा सिर्फ दिल्ली सरकार को गिराने की फिराक में है। बता दें कि  शराब नीति पर जारी सियासी जंग के बीच ही सोमवार यानि 29 अगस्त को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाएंगे।

कांग्रेस ने केजरीवाल को दी चुनौती:

शनिवार को ही कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि “8 साल में केजरीवाल कितना बदल गए” प्रेसवार्ता में काग्रेंस ने 26 नवंबर 2014 का विडियो चलाया, जिसमें केजरीवाल कह रहे हैं कि यदि किसी रिहायशी इलाके की महिलाएं शराब के ठेके के खिलाफ एकसाथ प्रस्ताव पारित करें तो सरकार को ठेका बंद करके शिफ्ट करना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के तहत रिहायशी इलाकों में ठेका खोलना प्रतिबंधित था। इसका उल्लेख 2007 में बने मास्टर प्लान में था। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार में खुले 90% से ज्यादा ठेके रिहायशी इलाके में थी। मास्टर प्लान के उल्लंघन के कारण बीजेपी की एमसीडी इसे सील कर सकती थी लेकिन एक दुकान को भी बंद नहीं किया गया। रिहायशी इलाकों में शराब के ठेकों को खोलने में ‘आप’ और बीजेपी दोनों को मिलीभगत थी। अजय माकन ने कहा कि कोरोना का बहाना बना कर शराब लाइसेंस फीस के 144 करोड़ माफ कर दिए जबकि छोटे दुकानदार बिजली के फिक्स्ड चार्ज माफ करवाने की गुहार लगाते रहे। माकन ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने प्रॉफिट “मार्जिन 5 से 12 प्रतिशत कर दिया, बिक्री बढ़ गई लेकिन राजस्व घट गया, विशेषज्ञ समिति के सुझावों को नहीं माना गया। कुछ लोगों को सारे ठेके मिल गए।” कांग्रेस का आरोप है कि “शराब नीति में नियमों का उल्लंघन हुआ। यह भ्रष्टाचार का मामला है लेकिन इस पर सवाल पूछने पर दूसरी बातें करने लगते हैं। भ्रष्टाचार मिटाने की बात कर सत्ता में आई पार्टी ने भ्रष्टाचार किया।” कथित शराब घोटाले पर अजय माकन ने केजरीवाल को बहस की चुनौती दी और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का इस्तीफा मांगा।