‘AAP’ did its own strength test : ‘आप’ ने अपने आप ही किया शक्ति परीक्षण

बैठक में नहीं पहुंचे 9 विधायक, फिर भी सरकार सुरक्षित 

नई दिल्ली:- दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की खींचतान गुरुवार को अपने चरम पर पहुंची। दो दिनों से भाजपा पर अपने विधायकों की खरीदपरोख्त का आरोप लगाने के बाद गुरुवार को दिल्ली सरकार ने अपना शक्ति परीक्षण भी किया। जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई। हालांकि बैठक में आप के 62 विधायकों में से कुल 53 विधायक ही पहुंचे। 9 विधायक किन्ही कारणों से बैठक में नहीं पहुंचे,जिन्हें लेकर केजरीवाल ने कहा कि सभी विधायक हमारे सम्पर्क में हैं। हमारी सरकार को कोई भी खतरा नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने हमारी सरकार गिराने की पूरी कोशिश की,लेकिन हमारे विधायकों की कट्टर ईमानदारी ने उनका ऑपरेशन लोटस फेल कर दिया। शुक्रवार को विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र भी बुलाया गया है। बता दें कि दिल्ली में कुल 70 विधायकों में से 62 विधायक आम आदमी पार्टी के हैं। दिल्ली में आप की बहुमत की सरकार है।

आप ने लगाया भाजपा पर सरकार गिराने की साजिश का आरोप:

बैठक से पहले आप नेता दिलीप पांडे ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी हमारे हर विधायक को 20 करोड़ ऑफर कर रही है और 40 विधायक तोड़ने की कोशिश में है। इसका मतलब बीजेपी 800 करोड़ लेकर खड़ी है। बीजेपी के पास यह कालाधन कहां से आया। सीबीआई और ईडी से इसकी जांच होनी चाहिए। फिलहाल सभी विधायक हमारे सम्पर्क में हैं और दिल्ली सरकार पूरी तरह अडिग है। दिल्ली सरकार पर कोई खतरा नहीं है।

कहाँ रह गए 9 विधायक:

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 62 में से 53 विधायक बैठक में मौजूद रहे। स्पीकर राम निवास गोयल देश से बाहर हैं। वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया हिमाचल में हैं। कुछ और विधायक शहर से बाहर हैं और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सभी से फोन पर बात हुई। सौरभ ने कहा कि सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि वे आखिरी सांस तक साथ हैं। 

विधायकों संग केजरीवाल पहुंचे गांधी समाधि:

विधायकों की बैठक के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सभी विधायकों के साथ दिल्ली स्थित राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पहुंचे और प्रार्थना की। यहां केजरीवाल ने कहा कि भाजपा उनकी सरकार गिराने के लिए लगतार उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। हमने आज बापू की समाधि पर भाजपा के ऑपरेशन लोटस से अपनी पार्टी को बचाने की प्रार्थना की।

भाजपा ने बताया ड्रामा:

वहीं भारतीय जनता पार्टी ने सरकार गिराए जाने की कोशिशों के आरोपों को ड्रामा बताया है। केजरीवाल की बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पार्टी केजरीवाल सरकार शराब घोटाले से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बातें कर रही है। हमें इनकी सरकार तोड़ने की ज़रूरत नहीं है। ये अपने घोटालों पर जनता को जवाब देने से भाग रहे हैं और अन्य बातों में उलझा कर खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि कितने शर्म की बात है कि जो बापू नशे के खिलाफ थे, केजरीवाल उन्हीं की समाधि पर जाकर बचने की प्रार्थना कर रहे हैं। शराब नीति में अपने घोटालों पर जवाब देने की बजाय ये लोग अन्य बातों को करते रहते हैं। इस दौरान भाजपा नेता प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि अपने आप को कट्टर ईमानदार बताने वाली केजरीवाल सरकार की पोल खुल चुकी है। अब जनता को जवाब देने से ये नहीं भाग सकते।