BJP makes serious allegations against AAP by releasing sting video : स्टिंग वीडियो जारी कर भाजपा ने लगाए ‘आप’ पर गम्भीर आरोप

आबकारी नीति में भ्रष्टाचार को लेकर अहम खुलासे के दावा

नई दिल्ली:- दिल्ली सरकार द्वारा लागू की गई नई आबकारी नीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को एक स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो को जारी कर आम आदमी पार्टी पर गम्भीर आरोप लगाए। वीडियो के आधार पर भाजपा ने दावा किया है कि उसमें दिख रहे शख्स आबकारी मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए एफआईआर में 13 नंबर के आरोपी शनि मारवाह के पिता कुलविंदर मारवाह हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में शराब नीति के जरिए दलाली कमाई गई। इस बाबत की गई प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी जब मुख्यमंत्री बने थें तब उन्होंने कहा था कि देखो जी अगर कोई भ्रष्टाचार करे तो आप उसका स्टिंग कर लेना, उसकी रिकॉडिंग कर लेना और हमें भेज देना, हम सच दिखा देंगे। इस वीडियो से तो स्टिंग मास्टर का स्टिंग हो गया है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर आरोप लगाते हुए संबित पात्रा ने कहा कि इस घोटाले में मनीष सिसोदिया और केजरीवाल ने मोटा माल कमाया। संबित पात्रा ने कहा कि हमने पांच सवाल किए लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि आप हमारे सवालों का जवाब दे। पात्रा ने कहा कि केजरीवाल की पार्टी कट्टर भ्रष्टाचारी है। उन्होंने दावा किया कि इस स्टिंग में शराब कारोबारी सनी मारवाह के पिता कह रहे हैं कि हर 12 करोड़ कमीशन में से 6 करोड़ काला धन बना कर मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल को देना होता है।

संबित पात्रा ने स्टिंग ऑपरेशन में कही गई बातों के हवाले से कहा कि ठेकेदारों और अरविंद केजरीवाल, सिसोदिया के मित्रों को 80 फीसदी प्रॉफिट मिलता था। राजस्व को केवल 10 फीसदी मिला है, बाकी सब मित्रों को। संबित पात्रा ने कहा कि मारवाह साहब ने कहा कि हम कच्ची कॉलोनी में दुकानें ले रहे थे, वहां सस्ती की दुकानें होती हैं, हमसे 250 करोड़ लिए हैं, बड़े-बड़े वालों से तो 500-500 करोड़ लिए हैं। आलम यह था कि जो शराब नीति बनाई गई थी इसमें ठेकेदारों का कमीशन 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी किया गया। एक बोतल के साथ एक या एक बोतल के साथ दो देने पर भी इनका फायदा हो रहा था। मारवाह ने कहा कि ये पैसे सरकारी खजाने में नहीं जा रहे थे। मतलब यह मनीष सिसोदिया के खाते में जा रहे थे। मोटा माल 60 करोड़ किसी से, 150 करोड़ किसी से। साफ शब्दों में मारवाह साहब कहते हैं कि एक गलती तो बड़ी कर दी इन्होंने कि ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को बुलाकर ठेका दिया है। मोटा माल की वजह से इन कंपनियों को ठेका दिया गया। सबसे बड़ी बात खुद मारवाह कह रहे हैं कि क्यों 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी किया गया। क्योंकि इसमें से कमीशन केजरीवाल जी को देना था। हमें 6 फीसदी सिसोदिया को देना था, परेशानी यह थी कि कमीशन को हम ब्लैक में कैसे दें।

 पात्रा ने कहा कि नई शराब नीति से जो लूट मची हुई थी उसका आज खुलासा हुआ है. पहली बात ये है कि 80 फीषद का जो लाभ है वो दिल्ली की जनता की जेब से निकाल कर मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल ने दलाली के माध्यम से अपनी जेब में डाला। उन्होंने कहा कि दूसरी बात ये है कि उन्होंने अपना कमीशन रख लिया और उसके बाद दिल्ली की जनता के साथ जो करना है करो, ये छूट ठेकेदारों को, अपने मित्रों को केजरीवाल और सिसोदिया ने दिया और ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को बुला-बुला कर ठेके दिए गए। चौथी बड़ी बात ये है कि पूरे मामले में व्हाइट मनी को ब्लैक मनी में कनवर्ट करके केजरीवाल और सिसोदिया जी तक पैसा पहुंचाया जाता था।

दुकानदारों से की अपील:

 पात्रा ने कहा कि ऐसे अनेक वीडियो सामने आने वाले हैं। मैं अपील करना चाहता हूं बीजेपी की ओर से उन लोगों के लिए, जिन्होंने सिसोदिया और केजरीवाल को पैसा दिया है। आप डरिए मत, आप अपना वीडियो बनाकर, कहां दुकान थी, कितना कमीशन दिया, यह वीडियो बनाकर दीजिए। आप सीबीआई के पास जाइए, यह देशभक्ति का काम होगा। देश का पैसा लूटा गया है तो इसे उजागर करिए, आप डरिए मत सामने आइए। कानून का साथ दीजिए और मनीष सिसोदिया को एक्सपोज करिए।

आदेश गुप्ता और मनोज तिवारी ने भी लगाए  आरोप:

इसी प्रेस वार्ता के दौरान दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जो नई शराब नीति लेकर आए और जो इस शराब नीति के अंदर हजारों करोड़ रुपये का जो भ्रष्टाचार हुआ है, ये किसी से छुपा नहीं है। केजरीवाल जी ने नई शराब नीति लाकर जनता के टैक्स के पैसों को बर्बाद किया है। वहीं सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल सरकार से जितने सवाल हम करते थे, उन सभी सवालों के जवाब इन स्टिंग ऑपरेशन ने दे दिया है। आज ये भी स्पष्ट हो गया कि जो रेवेन्यू दिल्ली सरकार को आता था वो क्यों शराब व्यापारियों को दिया जाता था, क्योंकि वो भ्रष्टाचार में घुमकर इनके पास जाना होता था।