नई दिल्ली:-राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के अहम मुद्दे पर दिल्ली में एक दो दिवसीय ट्रेड शो का आयोजन किया गया। बीएलटीएम (बिजनेस, लीजर, ट्रेवल और माइस) द्वारा आयोजित इस शो में 4 देश और भारत के लगभग 15 राज्य हिस्सा ले रहे हैं। यहीं नहीं यहां विभिन्न क्षेत्रों के सौ से अधिक एक्सिबिटर भी प्रतिभागी हैं। ट्रेड शो के उद्घाटन कार्यक्रम में पर्यटन मंत्रालय अधिकारी अरुण श्रीवास्तव ,रूस से आईं जूलिया कुजिनकया, सिंगापुर टुरिज्म के रेमण्ड लिम,सुभाष गोयल,ज्योति मायल आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इस दौरान अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि भारत मे पर्यटन की व्यापक सम्भावना है। कोरोना काल के बाद जिस तरह इस सेक्टर में तेजी आई है,उससे साफ है कि आज विश्वपटल पर भारत के पर्यटन स्थल अपनी पहचान बना चुका है। ऐसे में विभिन्न देशों को भी राष्ट्रीय स्तर आवागमन को सुगम किए जाने की जरूरत है। कार्यक्रम में रसिया टूरिज्म की पदाधिकारी ने कहा कि हमें खुशी होगी कि भारत और रूस के बीच का पर्यटन भी अन्य देशों की तरह बढ़े। इसके लिए वीजा अवधि से लेकर फ्लाइट की सुगमता पर भी ध्यान दिया जा रहा है। भारत के पर्यटन स्थल पूरे विश्व मे अपनी पहचान बना चुके हैं। यहां उत्तराखंड आध्यात्मिक और बौद्धिक पर्यटन के लिए प्रमुख है। उन्होंने कहा कि सेंट पीटरबेर्ग की अलौकिक जगहों को भी भारतीय लोग बहुत पसंद करेंगे। वहीं ज्योति मायल ने कहा कि टूरिज्म से ही एक देश के आईडिया दूसरे से साझा होते हैं ,जो भविष्य के लिए बहुत ही उपयोगी है। यहां पदाधिकारी सुभाष गोयल ने कहा कि इंडो-रसियन पर्यटन पर ई वीजा, रुपए-रूबल का सीधे चेंज और हवाई सुविधाओं को बढ़ाने का बहुत ही सकारात्मक असर पड़ेगा।