सरस आजीविका मेला 2025 : 15वें दिन खरीदारों को मिला भारी छूट का लाभ।

:- नोएडा में सशक्त महिलाओं की पहचान बना सरस मेला

नोएडा। सेक्टर-33ए स्थित नोएडा शिल्प हाट में आयोजित सरस आजीविका मेला 2025 के 15वें दिन भी खरीदारों ने जमकर खरीदारी की। मेले में 7 से 10 मार्च 2025 तक उत्पादों पर 10 से 20 प्रतिशत तक की भारी छूट दी गई है, जिसका लाभ उठाते हुए लोगों ने बड़ी संख्या में खरीदारी की।

सरस मेला : सशक्त महिलाओं की पहचान

सरस आजीविका मेला सशक्त महिलाओं और समर्थ भारत की पहचान बन गया है। इस मेले में देशभर के 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की महिलाओं द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं। यह मेला 21 फरवरी से 10 मार्च 2025 तक नोएडा हार्ट सेक्टर 33 ए मे चलेगा।

नोएडा में पांचवीं बार आयोजित हुआ मेला

नोएडा में पांचवीं बार आयोजित हो रहे इस मेले में 400 से अधिक महिला शिल्पकारों ने भाग लिया है। ये महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और परंपरागत हस्तकला एवं ग्रामीण संस्कृति को बढ़ावा दे रही हैं। मेले में 85 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं।

कला और संस्कृति का अनूठा संगम

मेले में देशभर के हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके साथ ही, नोएडा के स्थानीय कलाकारों ने कथक और नृत्य नाटिका जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों से माहौल को भक्तिमय और मनमोहक बना दिया।

मेले के पीछे की मेहनत

मेले के सफल आयोजन के पीछे कई लोगों की मेहनत छुपी हुई है। इनमें से कुछ प्रमुख नाम हैं: –

स्वाति शर्मा : भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी, जिनके नेतृत्व में सरस मेले ने कई रिकॉर्ड बनाए।

चिरंजी लाल कटारिया : एनआईआरडीपीआर असिस्टेंट डायरेक्टर 28 वर्षों के अनुभव के साथ इवेंट मैनेजमेंट के विशेषज्ञ।

नरेन्द्र: सरकारी मंजूरियों और ग्राउंड मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका।

आलोक जवाहर: सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील और सरस के आयोजन में अहम योगदान।

सुधीर कुमार सिंह: शोध और इवेंट मैनेजमेंट के विशेषज्ञ।

सुरेश प्रसाद: मेले के दौरान होने वाली समस्याओं का त्वरित समाधान।

मेले का उद्देश्य सरस

आजीविका मेला का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनकी हस्तकला को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही, यह मेला युवा कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच भी प्रदान करता है।

नोएडा के लोगों के लिए यह मेला एक बड़ा आकर्षण है, क्योंकि यहां हर साल फरवरी-मार्च में यह आयोजन होते हैं। इस बार भी लोगों ने मेले में खूब उत्साह दिखाया और हस्तनिर्मित उत्पादों की खरीदारी की।