ED’s entry on Delhi’s liquor policy : दिल्ली की शराब नीति पर अब ईडी की एंट्री

6 राज्यों में 30 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी

नई दिल्ली:-दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के  मामले में सीबीआई के बाद मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी जबरदस्त एंट्री करते हुए दिल्ली,लखनऊ समेत देश के 6 राज्यों में 30 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। बता दें कि एजेंसी अब उन लोगों की पड़ताल कर रही है जिनहे एक्साइज पॉलिसी चेंज होने के बाद सबसे ज्यादा फायदा पहुंचा है। साथ ही उन लोगों पर भी छापेमारी कर रही है जिन पर यह आरोप है कि उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को पैसे दिए। बताया जा रहा है कि सीबीआई की तरह ईडी ने भी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को मुख्य आरोपी बनाया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मंगलवार सुबह ईडी ने दिल्ली,उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना और महाराष्ट्र राज्यों में 30 ठिकानों पर ईडी एक साथ कार्यवाही शुरू की। बताया जा रहा है कि  ईडी तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में रॉबिन डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े निदेशकों और व्यक्तियों के ठिकानो पर छापेमारी कर रही है।  हैदराबाद में अरुण रामचंद्र पिल्लै समेत बोइनापल्ली अभिषेक राव, सुदिनी सृजन रेड्डी (शीर्ष कांग्रेस नेता/सांसद के रिश्तेदार), और गांद्रा प्रेम सागर (शीर्ष टीआरएस एमएलसी से संबंधित) के घरों और कार्यालयों की तलाशी ली गई है। वहीं   ईडी की टीम शराब सिंडिकेट से जुड़े मनोज राय की तलाश में ओमेक्स हाइट्स अपार्टमेंट पहुंची थी। हालांकि, वह काफी समय पहले ही फ्लैट छोड़कर जा चुका था। ईडी की टीम अपार्टमेंट में करीब आधा घंटा रुकी और लोगों से पूछताछ करके लौट गई। वहीं सूत्रों की माने तो ईडी के निशाने पर कई लोग हैं, जिनमें शराब वितरक, बिचौलिए, लाइसेंस होल्डर आदि शामिल हैं।

ये लोग हैं राडार पर:

प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक उनकी जांच तकरीबन 800 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग की है। ईडी सूत्रों के मुताबिक कुछ इवेंट कंपनी का शैल कंपनी की तरह इस्तेमाल किया गया है। अमित अरोड़ा 13 कंपनियों के मालिक हैं।  अमित अरोड़ा पूर्व में करीब 37 कंपनियों से डायरेक्ट और इनडाइरेक्ट तरीके से जुड़ा हुआ था। सूत्रों की माने तो एफआईआर में दर्ज आरोपी विजय नायर, मनोज राय, अमरदीप ढल, समीर महेंद्रू आबकारी नीति के निर्धारण और लागू कराने और गड़बड़ियों मे शामिल थे,जबकि अमित अरोड़ा, दिनेश और अर्जुन पांडे सिसोदिया के करीबी थे। ये सभी आरोपी अधिकारियों के लिए शराब लाइसेंस होल्डर से जमा हुए पैसों को मैनेज करते थे। वहीं आरोपी अरुण रामचन्द्र पिल्लई, विजय नायर के माध्यम से समीर महेन्द्रू से आरोपी अधिकारियों को पैसा पहुचाने का काम करता था। आरोप है कि अर्जुन पांडेय ने विजय नायर के जरिये समीर महेंद्रू से 2-4 करोड़ रुपये की बड़ी रकम कैश में ली थी।

सिसोदिया के घर नहीं पहुंची टीम:

शराब नीति मामले में मंगलवार सुबह ईडी की छापेमारी में किसी भी टीम का दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर न पहुंचने पर भी खूब चर्चा हुई। हालांकि सिसोदिया ने सुबह ही कहा कि पहले सीबीआई के छापे में कुछ नहीं निकला अब ईडी की छापेमारी हो रही है लेकिन कुछ नहीं निकलेगा।  मैंने ईमानदारी से काम किया है , कहीं कुछ नहीं निकलेगा। वहीं इस छापेमारी पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया के घर ईडी की टीम नहीं गई। इसका मतलब यह हुआ कि सीबीआई और ईडी ने उन्हें क्लीन चिट दे दिया है। एक सवाल के जवाब में आप ने कहा, ‘बारात गई मतलब दूल्हे के यहां नहीं गई कहीं और जा रही है। बारात लेकर चली ईडी लेकिन दूल्हे के यहां नहीं गई। बैंड-बाजे यानी आपको (मीडिया) भी बुला लिया लेकिन बारात दूल्हे के यहां लेकर नहीं गई। ऐसा कही होता है क्या। इसका मतलब  है कि ईडी ने दूल्हे यानी मनीष सिसोदिया को क्लीन चिट दे दी है।