बारात में नहीं ले गया तो दोस्त ने भेजा 50 लाख का नोटिस


अज़ब दोस्ती की गज़ब कहानी
उत्तराखंड:- वैसे तो भारत जैसे संस्कृति पूरित देश मे मित्रता या दोस्ती के अनेकों किस्से और उदाहरण लोगों की जबान पर रहते हैं। पौराणिक कथाओं से लेकर सिनेमाई कहानियों में दोस्ती की कई जोड़ियां आम बोलचाल के प्रचलन में हैं। कृष्ण-सुदामा,कर्ण-दुर्योधन आदि से लेकर जय-वीरू,धर्म-वीर और न जाने कितने ही नाम दोस्ती के पर्यायवाची हो चलें हैं। दोस्त अगर हमेशा हंसाते हैं ,तो कभी मजाक या किसी तरह दिल भी दुखा सकते हैं,इसका ये मतलब तो नहीं कि हम किसी दोस्त द्वारा दिल दुखाने पर उसे कानूनी नोटिस भेज दें। ये बिल्कुल अटपटा ही लगेगा,लेकिन यह अजीब और अटपटा वाक्या उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में हुआ,जब एक दोस्त ने मात्र इस बात पर अपने दोस्त को 50 लाख का नोटिस भेज दिया क्योंकि वो कार्ड देने के बावजूद उसे अपनी बारात में नहीं ले गया।
क्या है मामला:


मामला उत्तराखंड के हरिद्वार जिले का है, यंहा क दोस्त ने अपने दुल्हे दोस्त को शादी में बुलाने लेकिन बरात में न ले जाने पर मानहानि का नोटिस थमाया है। जिसमे दोस्त ने दूल्हे पर 50 लाख का दावा ठोका है। अपने वकील के द्वारा भेजे गए कानूनी नोटिस में यह दावा तो ठोका ही, दोस्त ने यह भी लिखा कि दूल्हा अपनी गलती स्वीकार कर माफी मांगे।
मिली जानकारी के अनुसार, हरिद्वार निवासी रवि की शादी 23 जून 2022 को धामपुर जिला बिजनौर में होनी तय हुई थी। दूल्हे रवि ने अपने दोस्त चंद्रशेखर निवासी कनखल को एक लिस्ट बनाकर ज़िम्मेदारी दी कि वह शादी के कार्ड सभी दोस्तों में बांटेगा। दूल्हे के कहने पर चंद्रशेखर ने अन्य सभी दोस्तों को कार्ड बांटे और 23 जून की शाम 5 बजे शादी में पहुंचने को कहा। बारात के दिन चंद्रेशखर अन्य दोस्तों के साथ निर्धारित समय से पहले ही बारात स्थल पर पहुंच गया। लेकिन तब तक बारात निकल चुकी थी। चंद्रशेखर का कहना है कि वह अन्य दोस्तों के साथ 4 बजकर 50 मिनट पर बारात की रवानगी स्थल पर पहुंचा, लेकिन बारात 4:30 बजे ही रवाना हो चुकी थी। इससे चंद्रशेखर को दिली धक्का लगा। दोस्त की बारात बिन बताए रवाना होने पर उसे भावनात्मक चोट लगी। इतना ही नहीं चंद्रशेखर का कहना है कि उससे अधिक दुःख तो तब हुआ, जब उसके फोन करने पर रवि ने उसे खास तवज्जो नहीं दी और उसे वापस जाने के लिए बोल दिया। जिस पर चंद्रशेखर का कहना है कि उसके साथ आए दोस्तों से उसे मानसिक प्रताड़ना सहनी पड़ी। जिससे चंद्रेशखर की छवि भी खराब हुई। उसका आरोप है कि इतने सब पर भी दूल्हे रवि ने न खेद जताया न ही माफी मांगी। इस पर नाराज़ चंद्रशेखर ने रवि को एक एडवोकेट के ज़रिये 50 लाख रुपये का मानहानि का नोटिस भेजा दिया और साथ ही 3 दिन के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी की बात भी कही।

क्या बोले वकील साहब?
चंद्रशेखर के वकील अरुण भदौरिया के अनुसार चंद्रशेखर ने जब अपने दोस्त रवि को फोन किया तो उसने कहा की वह तो बारात लेकर निकल गए हैं और आप लोगों को अब बारात में आने की कोई जरुरत नहीं है। आप लोग अपने घर जाओ। आपको बता दे, फ़िलहाल पूरा मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

अब दोस्त भी अड़ा जिद पर:
एडवोकेट अरुण भदौरिया ने मंगलवार को एक बातचीत के दौरान बताया कि चंद्रशेखर के नोटिस के बाद रवि ने किसी भी प्रकार से अभी तक कोई संपर्क नहीं साधा है। बावजूद इसके उसके अन्य करीबी लोगों का कहना है कि रवि भी अब मामले को कोर्ट में निपटने की तैयारी में है। वह माफी नहीं मांगेगा।

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