Vibrant Village Program : गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया हिमाचल प्रदेश के भारत-चीन बॉर्डर से लगे गांवों का दौरा

मोदी सरकार सीमाओं पर रह रहे हैं निवासियों के जीवन के सुधार के लिए कर रही है अभिभूत कार्य : गजेंद्र सिंह शेखावत

भारत के जवानों का जज्बा देखकर महसूस होता है कि देश की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित है

शिमला/नई दिल्ली :- केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत हिमाचल प्रदेश के भारत-चीन बॉर्डर से लगे गांवों का दौरा किया और गांवों में हो रहे विकास कार्यों को करीब से देखा। शेखावत ने स्थानीय निवासियों को मोदीजी के नेतृत्व में गढ़े जा रहे नए भारत में आर्थिक और सामरिक विकास को समान प्राथमिकता के बारे में बताया। शेखावत भारत-चीन बॉर्डर की चौकियों पर भी गए और जवानों से मुलाकात की। शेखावत ने कहा कि जवानों का जज्बा बता गया कि देश की सरहद पूर्णतः सुरक्षित है। दुश्मन हमारी एक इंच भूमि पर भी उंगली नहीं रख सकता।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किन्नौर एरिया में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन की ओर से बेजोड़ काम हो रहा है। यहां आने के बाद मैंने सीमावर्ती क्षेत्र में आधारभूत ढांचे के विकास को परखा। बीआरओ के अधिकारियों ने मैप के जरिए मुझे विकास कार्यों का विवरण दिया। केंद्र सरकार देश की सीमाओं पर हर समय सचेत होने के साथ ही स्थानीय निवासियों के जीवन में सुधार के लिए अभूतपूर्व कार्य भी कर रही है। स्थानीय निवासियों से विकास कार्यों सहित कई विषयों पर वार्ता हुई।

शेखावत ने कहा कि हिमाचल की सुंदरता और संस्कृति का पवित्र बौद्ध मठ भी अतिमहत्वपूर्ण भाग हैं। किन्नौर के नाको मठ में पहुंचकर उसकी सांस्कृतिक -सामाजिक भागीदारी का समीप से अवलोकन किया। यहां परंपरा से सजे स्वागत और संगीत ने मन मोह लिया। ग्रामीणों के साथ बैठकर उनका हालचाल जाना और उन्हें मोदी सरकार की योजनाओं की जानकारी दी।

जब मिल गए राजस्थान के जवान


केंद्रीय मंत्री शेखावत ने बॉर्डर के करीब शिपकी ला में जवानों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यहां राजस्थान के धरतीपुत्र बॉर्डर पर रक्षा सेवा में जोश और समर्पण के साथ संलग्न हैं। लगा जैसे यहां वीर राजस्थानियों का परिवार आबाद है। ये जांबाज सिपाही राजस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं। वीरों की धरती राजस्थान की पीढ़ियां ऐसे ही वीरों से प्रेरणा लेकर रक्षा सेवा में निरंतर भागीदारी करती आई हैं। जवानों ने भी स्थानीय स्तर पर आ रहे सकारात्मक बदलाव की जानकारी दी। शेखावत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के दूरस्थ इलाकों में भारत-चीन की सीमा पर स्थापित चौकियों में जोधपुर लोकसभा क्षेत्र के भाणियाना से डूंगर सिंह, राकेश सिंह और झुंझुनूं से प्रमोद कुमार बहादुरी से चौकसी करते हैं। उनसे घर-परिवार और सेवा के समय पर अनौपचारिक चर्चा हुई। उनका जज्बा बता गया कि देश की सरहद पूर्णतः सुरक्षित है। दुश्मन हमारी एक इंच भूमि पर भी उंगली नहीं रख सकता। शेखावत ने कहा कि सीमा पर तैनात जवानों के चेहरे पर परेशानी की एक लकीर नहीं दिखाई दी। वे और उनके साथी जज्बे और जोश से मिले। उनसे बातें कर मेरा जज्बा और बढ़ गया।

जानिए क्या है वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम


वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम मोदी सरकार की एक योजना है,जिसमें सीमा से सटे गांवों में रहने वाले निवासियों को मूलभूत सुविधाएं देकर उनकी लाइफस्टाइल बेहतर करने में मदद की जा रही है। अभी इसके लिए अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के 19 जिलों के 46 ब्लॉकों में 2,967 गांवों की पहचान की गई है। मोदी सरकार ने वित्त-वर्ष 2022-23 से 2025-26 के सड़क संपर्क के लिए 2,500 करोड़ रुपए के साथ वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के लिए 4,800 करोड़ रुपए को मंजूरी दी है। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अरुणाचल प्रदेश तो केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हिमाचल प्रदेश के सीमा से सटे गांवों को दौरा किया।