नोएडा,
सेंट्रल नोएडा की थाना बिसरख पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के साथ बिना पुलिस वेरिफिकेशन के पासपोर्ट बनाकर विदेश भेजने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस गिरोह के 7 लोगों को गिरफ्तार कर दिया है।
इस गिरोह के लोग फर्जी नोटरी, फर्जी रेंट एग्रीमेंट, फर्जी दस्तावेज़ो से बने बैंक अकाउंट व इन सभी फर्जी दस्तावेज़ों से बिना पुलिस वेरीफिकेशन के पासपोर्ट बनाकर पैसे लेकर लोगों को विदेश भेज देते थे। डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया दो लोगों के पासपोर्ट के लिए आवेदन प्राप्त हुए थे। जब पासपोर्ट की वेरिफिकेशन की गई, तब पता चला कि उस पता पर उस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं रह रहा था और इसी से इस पूरे मामले का खुलासा हो गया। इसके बाद पता चला कि महागुन मार्ट में सचिन जौहरी नाम के व्यक्ति की कान्हा किड्स जंक्शन/जनसेवा केन्द्र के नाम से शॉप है,
जो पासपोर्ट बनवाने का काम करता है। उसी दौरान खुलासा हुआ कि जिन लोगों ने आवेदन किया था, वह लोग क्यू नेट/नेटवर्क मार्केटिंग होंगकांग स्थित कम्पनी में सेल्स प्रमोटर के पद पर कार्य करते हैं। उन लोगों को कम्पनी के इवेन्ट में दुबई जाना था, जिसके लिए उन्हें तत्काल पासपोर्ट की आवश्यकता थी। उन लोगों का मूल पता अंडमान निकोबार द्वीप समूह है, जिस पर पासपोर्ट बनने में काफी कठनाई होती। इसी को लेकर उन्हें पता चला कि सचिन जौहरी नाम का व्यक्ति पासपोर्ट बना सकता है
और इसके लिए वह खुद ही फर्जी रेंट एग्रीमेंट व अन्य फर्जी दस्तावेज तैयार करता है और उसकी पासपोर्ट ऑफिस में भी सेटिंग है, जहां पर वह एक व्यक्ति से संपर्क करके तत्काल पासपोर्ट बनवा देता है।
डीसीपी ने बताया कि इस काम के लिए सचिन जौहरी ने उन लोगो से 15000-15000 रूपये लिए। सचिन जौहरी की मदद पासपोर्ट बनवाने में सन्दीप नाम का व्यक्ति करता है, जो गाजियाबाद स्थित पासपोर्ट कार्यालय के पास रहता है, जो पासपोर्ट जारी कराने के लिए, नजदीकी तारीख देने के लिए, बिना पुलिस वेरीफिकेशन के पासपोर्ट जारी कराने, पासपोर्ट रिजेक्ट न होने के लिए सचिन जौहरी से प्रति पासपोर्ट 3-4 हजार रूपये लेता है
औऱ सन्दीप कुमार पासपोर्ट कार्यालय के स्टाफ से सांठगांठ करके 1 हजार से 1,500 रूपये प्रति पासपोर्ट, कार्यालय स्टाप को देता था।