नई दिल्ली।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 मई 2024 को तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद शनिवार को पहली बार सियासी जनसभा को संबोधित किया। इससे पहले केजरीवाल अपने परिवार व पंजाब के सीएम भगवंत मान सहित दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों से कहा कि आप सब लोगों के बीच वापस लौट कर मुझे बेहद खुशी हो रही है। हमें मिलकर अपने देश को तानाशाही से बचाना है। मैं, अपनी पूरी ताकत से लड़ूंगा। मुझे देश के 140 करोड़ लोगों का समर्थन चाहिए।
प्रधानमंत्री कहते हैं, ‘मैं, भ्रष्टाचार से लड़ रहा हूं। इन्होंने देश के सबसे बड़े चोर, उचक्के, भ्रष्ट लोगों को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। मैं, उनसे कहना चाहता हूं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़नी है तो आप मुझसे सीखो। पीएम नरेंद्र मोदी ने अब एक नये मिशन की शुरुआत की है। उनका मिशन है, ‘वन नेशन वन लीडर’। एक तय रणनीति के तहत पीएम मोदी इस मिशन को चला रहे हैं। बीजेपी के जितने विरोधी नेता हैं, उन्हें इस रणनीति के तहत निपटा देना चाहते हैं। इन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल भेजा। अब ये पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जेल भेजना चाहते हैं। इन्होंने तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के लिए कई मंत्रियों को जेल भेजा। दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह सहित कई मंत्रियों को जेल भेजा। आने वाले दिनों में ये तेजस्वी यादव, पी विजयन, जैसे नेताओं को जेल भेजेंगे। इसी तरह एक एक कर ये सभी को डराना चाहते हैं। मैं, इस तानाशाही लड़ूंगा- देशवासियों से भीख मांगता हूं,-आप इससे देश को बचा लो। केजरीवाल ने कहा कि संविधान को बचाने के लिए अब केंद्र सरकार को सत्ता से बेदखल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने साल 2014 में एक मानदंड तय किए कि 75 साल का कोई भी व्यक्ति पीएम, सीएम और मंत्री नहीं बनेगा। बहुत जल्द वो खुद 75 साल के होने वाले हैं। वो बहुत जल्द पीएम पद से दूर होने वाले हैं। क्या वो अपने बनाए नियमों का पालन करेंगे?