मोदी ने बताया उम्मीदों वाला बजट तो केजरीवाल बोले दिल्ली वालों से धोखा

नई दिल्ली:-  संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन द्वारा मोदी सरकार 2.0 का आखिरी पूर्ण बजट करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसमें गांव, गरीब और किसानों का ध्यान रखा गया। उन्होंने कहा कि इस बजट में मिडिल क्लास का भी खास ध्यान रखा गया है। प्रधानमंत्री ने कहा, इस बजट से विकसित भारत का सपना पूरा होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने टेक्नोलॉजी पर बहुत बल दिया है। उन्होंने कहा कि बजट में वंचितों को वरियता दी गई है। महिलाओं के लिए भी विशेष बजट है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये बजट भारत के विकास को नई गति देगा। उन्होंने कहा इस बजट में एमएसएमई का भी ध्यान रखा गया है और पेमेंट की भी नई व्यवस्था बनाई गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं निर्मला सीतारामन को इस बजट के लिए बधाई देता हूं।

पीएम ने कहा कि अमृत काल का पहला बजट विकसित भारत के विराट संकल्प को पूरा करने के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेगा। ये बजट आज की आकांक्षी समाज, गांव, गरीब, किसान, मध्यम वर्ग सभी के सपनों को पूरा करेगा। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने गांव से लेकर शहर तक में रहने वाली हमारी महिलाओं के जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं, उन्हें अब और ताकत के साथ आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, “देश इस बजट में पहली बार अनेक प्रोत्साहन योजना लेकर आई है। ऐसे लोगों के लिए ट्रेनिंग, टेक्नोलॉजी, क्रेडिट, और मार्केट सपोर्ट की व्यवस्था की गई है। पीएम-विकास से हमारे करोड़ों विश्वकर्माओं के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आएगा।

पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट सहकारिका को बढ़ावा देगा, जहां ग्रामीणों के लिए सुविधा होगी। उन्होंने ये भी कहा कि दूध और मछली पालन के क्षेत्र का विस्तार होगा, एग्रीक्लचर में डिजीटल चीजों में बढ़ोतरी हों, इसके लिए व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि ये बजट लोगों को आय के नए अवसर उपलब्ध करवाने का कार्य करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि एमएसएमई की लिए दो लाख के अतिरिक्त ऋण की गारंटी भी दी गई है। प्रधानमंत्री ने इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2014 की तुलना में इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश पर 400% से ज्यादा की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि इस बार इंफ्रास्ट्रक्चर पर 10 लाख करोड़ रुपये का अभूतपूर्व निवेश होगा। यह निवेश युवाओं के लिए रोजगार और एक बड़ी आबादी के लिए आय के नए अवसर पैदा करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि आज जब मिलेट्स पूरे विश्व में लोकप्रिय हो रहा है तो उसका सर्वाधिक लाभ भारत के छोटे किसानों के नसीब में है। अब इस सुपर फूड को श्री अन्न के नाम से एक नई पहचान दी गई है। श्री अन्न से हमारे छोटे किसानों और किसानी करने वाले आदिवासी भाई-बहनों को आर्थिक सबल मिलेगा।

दिल्ली वालों के साथ अन्याय:केजरीवाल

दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस बजट में महंगाई से कोई राहत नहीं। उल्टे इस बजट से महंगाई ही बढ़ेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बजट में बेरोज़गारी दूर करने की कोई ठोस योजना नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा, ”शिक्षा बजट घटाकर 2.64 % से 2.5 % करना दुर्भाग्यपूर्ण है। स्वास्थ्य बजट घटाकर 2.2 % से 1.98 % करना हानिकारक है।” केजरीवाल ने कहा आगे कहा कि दिल्ली वालों के साथ एक बार फिर से सौतेला बर्ताव किया गया है। दिल्ली वालों ने पिछले साल 1.75 लाख करोड़ से ज़्यादा इनकम टैक्स दिया था। उसमें से मात्र 325 करोड़ रुपये दिल्ली के विकास के लिए दिए गए है। ये तो दिल्ली वालों के साथ घोर अन्याय है।

बजट उम्मीद से परे:मायावती

बीएसपी प्रमुख ने कहा कि देश में पहले की तरह पिछले नौ वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद। मायावती ने आगे कहा, “इस वर्ष का बजट भी कोई ज्यादा अलग नहीं। पिछले साल की कमियाँ कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है जबकि जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन वैसे ही दाव पर लगा रहता है जैसे पहले था. लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन झूठी उम्मीदें क्यों? बसपा सुप्रीमो ने कहा, “सरकार की संकीर्ण नीतियों व गलत सोच का सर्वाधिक दुष्प्रभाव उन करोड़ों गरीबों किसानों व अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन पर पड़ता है जो ग्रामीण भारत से जुड़े हैं और असली भारत कहलाते हैं। किसानों व अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन पर पड़ता है जो ग्रामीण भारत से जुड़े हैं और असली भारत कहलाते हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र जब भी योजना लाभार्थियों के आँकड़ों की बात करे तो उसे जरूर याद रखना चाहिए कि भारत लगभग 130 करोड़ गरीबों, मजदूरों, वंचितों, किसानों आदि का विशाल देश है जो अपने अमृतकाल को तरस रहे हैं। उनके लिए बातें ज्यादा हैं। बजट पार्टी से ज्यादा देश के लिए हो तो बेहतर।

अखिलेश ने भी बताया निराशा वाला बजट:

इससे पहले अखिलेश यादव ने बजट को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी। भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है। किसान, मज़दूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुँचाने के लिए बनता है।