:- सरस मेले में इस बार हुई रिकॉर्ड 14 करोड़ से ऊपर की खरीदारी
:- अलविदा सरस आजीविका मेला 2024, अब नोएडा वीडियो को रहेगा सरस मेला 2025 का इंतजार
:- ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान के प्रयास सफल
नोएडा :- सैक्टर-33 ए स्तिथ नोएडा हाट में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा समर्थित सरस मेले के अंतिम दिन सोमवार को भारी संख्या में खरीदारों का जनसैलाब उमड़ा जहां एक ओर लोगों ने यहां जमकर खरीदारी की, वहीं दूसरी ओर विभिन्न राज्यों के व्यंजनों का स्वाद चखा। केंद्र सरकार का चौथा सरस आजीविका मेला सोमवार, 04 मार्च को संपन्न हो गया। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा ने कहा कि देश भर की बहनों ने सरस मेले के माध्यम से अपनी जिस हस्तशिल्प कला का प्रदर्शन किया है, वह अत्यंत सराहनीय है। इस प्रकार के आयोजनों से ग्रामीण महिलाओं में आत्मनिर्भरता की भावना उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास मंत्रालय की सोच सभी दीदियों को नए आयाम उपलब्ध कराना है। सरस में आकर मुझे सभी दीदियां अपनी लगती हैं। जिस प्रकार हम घर में एक-दूसरे का सहारा होते हैं, ठीक उसी प्रकार यहां भी हम एक-दूसरे के पूरक हैं। इस अवसर पर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि सरस मेला हमारे लिए नया अनुभव रहा है। आगे भी जिला प्रशासन इस प्रकार के आयोजनों बढ़ -चढ़ कर भागीदारी निभाएगा। देश के विभिन्न राज्यों से आई दीदियों की प्रतिभा का हम भी जिला स्तर पर प्रचार-प्रसार करेंगे। सरस मेले के सभी उत्पाद मजबूत एवं टिकाऊ हैं इसलिए इन उत्पादों की जितनी सराहना की जाए कम हे। यहां केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की डिप्युटी सेक्रेट्री निवेदिता प्रसाद ने कहा सरस मेला ग्रामीण दीदियों को आगे बढ़ाने का एक प्लेटफॉर्म और प्रयास है। यहां के उत्पाद पूरी तरह भारतीय हैं। इन आयोजनों में कुटुम्बश्री और एनआईआरडीपीआर हमारे सहायक रहे हैं। एनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजी लाल कटारिया ने बताया कि पहली बार यहां करीब 3 करोड़ की सेल हुई थी, जो दूसरी बार में 5 करोड़ पर पहुंची, तीसरी बार यहां करीब 10 करोड़ की सेल हुई थी, मगर इस बार बंपर सेल 14 करोड़ से ऊपर पहुंची है। इसके लिए उन्होंने न सिर्फ नोएडावासियों का आभार व्यक्त किया है। इस अवसर पर सुधीर कुमार सिंह तथा सुरेश प्रसाद सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर यहां हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, नेचुरल फूड आइटम्स, इंडिया फूड कोर्ट, मिलेट्स तथा स्टेट कोर्डिनेटर्स को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही टैक्सटाइल उत्पाद में पं. बंगाल की प्ुिरोजा मंडल को प्रथम, पंजाब की रजिंदर कौर को द्वितीय तथा तमिलनाडु की शिवा संकरी को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हैंडीक्राफ्ट उत्पाद में आंध्र प्रदेश की मेधांत वती को प्रथम, छत्तीसगढ़ की उर्मिला मरकम को द्वितीय तथा असम की जयश्री नाथ को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नेचुरल फूड आइटम्स में केरल की नेजा फोमस को प्रथम, उड़ीसा की झरना साहू को द्वितीय तथा जम्मू-कश्मीर की महज बीना को तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया। इंडिया पुूड कोर्ट में सिक्किम की समन्ना चेत्री को प्रथम, गोवा की प्रतीक्षा को द्वितीय तथा जम्मू-कश्मीर की रोहिना अगर को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से एनआईआरडीपीआर की टीम को स्पेशल कैटेगरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। सरस आजीविका मेले का आयोजन हर वर्ष केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा किया जाता है। नोएडा के सेक्टर-33ए नोएडा हाट में यह चौथा सफलतम आयोजन रहा है।