✍🏻 योगेश राणा
नोएडा :- लाइसेंस (driving licence) बनवाने की आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग व्यवस्था में नोएडा शहर वासी हो रहे हैं फेल। बता दें कि जिले में डीएल बनवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। परंतु इन सब के बीच एक बेहद चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है, जानकारी यह है कि जब से उत्तर प्रदेश सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के नियमों में बदलाव किया है तब से लोग learning licence का टेस्ट भी पास नहीं कर पा रहे हैं बल्कि बार-बार अवसर मिलने के बाद भी टेस्ट पास नहीं कर पा रहे हैं। वहीं शहर वासी इस बात से भी बेहद आक्रोशित है कि नोएडा वासियों को ग्रेटर नोएडा में टेस्ट देने जाना पड़ रहा है। इस लिए भारी संख्या में टेस्टिंग केंद्र पर लोग टेस्ट देने नहीं पहुंच रहे हैं जिसे लेकर परिवहन विभाग बेहद चिंतित हैं।
Driving licences काम बनने पर एआरटीओ डॉक्टर सियाराम वर्मा का क्या कुछ कहा-?
परिवहन विभाग के एआरटीओ प्रशासन डॉक्टर सियाराम वर्मा ने बताया कि डीएल बनवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि अगस्त के महीने में 603 लोगों ने लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था। इनमें से केवल 113 ही पास हुए बाकी “420 फेल हो गए”। इसी तरह अगर बात की जाए जुलाई माह के आकड़े की तो 4716 लोगों ने लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था। जिनमें से 4615 लोगों के डीएल बन गए। जबकि 49 लोग डीएल बनवाने में फेल साबित हुए। एआरटीओ ने बताया कि कुछ ऐसे भी लोग हैं जो लाइसेंस के लिए अप्लाई तो कर देते हैं लेकिन टेस्ट मे फेल होने के डर से टेस्ट देने ही नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे लोगों की संख्या सैकड़ों में पहुंच चुकी है। उन्होंने लोगों से अपील की है लाइसेंस के लिए अप्लाई करने वाले लोग टेस्ट देने के लिए केंद्र पर जरूर पहुंचे।