Ghaziabad : यमुना के बाद अब हिंडन नदी उफान पर, कई इलाकों में भरा पानी


:- हिंडन नदी का बढ़ा जलस्तर बाढ़ जैसे हालात

:- कई इलाकों में घर पांच फिट तक पानी में डूबे


:– गाजियाबाद में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, दो जगह बनाए राहत कैंप


गाजियाबाद :- यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ गाजियाबाद से गुजरने वाली हिंडन नदी ने भी परेशानी खड़ी कर दी है। दरअसल पहाड़ी इलाकों में लगातार भारी बारिश की वजह से हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार यमुना और हिंडन नदी की तरफ डायवर्ट किए जा रहे पानी से गाजियाबाद में हिंडन नदी में बाढ़ आई हुई है। इस बाढ़ का पानी आबादी की ओर लगातार बढ़ रहा है। अब गांव करहैड़ा, अटौर नंगला, सिटी फॉरेस्ट सहित करीब एक दर्जन कॉलोनियों में बाढ़ का पानी घुस गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए जवान लगाए हुए हैं। अटौर नंगला से ही करीब 100 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू अब तक किया है। विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में पेयजल की दिक्कत न हो, इसके लिए सात पॉइंट्स पर टैंकरों से सप्लाई की व्यवस्था की गई है। करहैड़ा कम्पोजिट विद्यालय, शिवचौक, वसुंधरा प्रॉपर्टीज, न्यू करहैड़ा कॉलोनी, पृथ्वीराज चौहान गेट, वाल्मीकि मोहल्ला और अम्बेडकर भवन पर पानी के टैंकर खड़े किए गए हैं। इसके अलावा दो जगह राहत कैंप शुरू कर दिए गए हैं, जहां पर सोने से लेकर खाने.पीने तक की व्यवस्थाएं हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी भवतोष शंखधर ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में संक्रामक रोगों से बचाव के लिए दवाइयों का वितरण लगातार किया जा रहा है। शनिवार को 13 स्थानों पर मेडिकल कैंप लगाए गए। इसमें 441 लोगों को देखा गया। ओआरएस पाउडर के 2510 पैकेट और क्लोरीन गोलियां 10700 बांटी गई हैं। अभी तक कोई गंभीर रोगी सामने नहीं आया है। ये कैंप हर रोज लगाए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह शनिवार शाम को बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद राहत कैंप में पहुंचकर बाढ़ पीडि़तों से मिले। केंद्रीय मंत्री ने बाढ़ पीडि़तों की हरसंभव मदद का भरोसा दिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि इनके लिए खाने.पीने, रहने की कोई दिक्कत न होने पाए। इधर, एसडीएम सदर विवेक श्रीवास्तव ने ट्रैक्टर पर बैठकर बाढ़ प्रभावित इलाके में जाकर वास्तविक स्थिति देखी।